Move to Jagran APP

ग्रीष्मावकाश में अराजकतत्वों ने तोड़े विद्यालयों के दरवाजे

प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवक्ता सुधारने व छात्रों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है। इस मद्देनजर दिन प्रतिदिन नियमों में बदलाव भी किया जा रहा है लेकिन सरकार के मंशा पर पानी फिर जा रहा है। ग्रीष्मावकाश के दौरान एक दर्जन परिषदीय विद्यालयों के दरवाजे सिटकनी तोड़ कर शिक्षा व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया गया है जिससे विभागीय अधिकारियों व शिक्षकों के माथे पर चिता की लकीर खींच गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jul 2019 06:16 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 09:54 PM (IST)
ग्रीष्मावकाश में अराजकतत्वों ने तोड़े विद्यालयों के दरवाजे
ग्रीष्मावकाश में अराजकतत्वों ने तोड़े विद्यालयों के दरवाजे

जागरण संवाददाता, सोनभद्र :ग्रीष्मावकाश के दौरान एक दर्जन परिषदीय विद्यालयों के दरवाजे, सिटकनी तोड़कर शिक्षा व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया गया है, जिससे विभागीय अधिकारियों व शिक्षकों के माथे पर चिता की लकीर खींच गई है।

loksabha election banner

राब‌र्ट्सगंज ब्लाक में स्थित प्राथमिक विद्यालय गोरारी को अराजक तत्वों ने बड़ी क्षति पहुंचाई है। 23 जून दिन रविवार को पल्स पोलियो अभियान के तहत शिक्षक जब विद्यालय पहुंचे तो वहां की स्थिति देख अवाक रह गए। छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग बने दो शौचालयों की प्लाई का दरवाजा टूटा हुआ था। इतना ही नहीं कमोड भी तोड़ दिया गया था। इसके अलावा रसोई घर व स्टोर का भी दोनों दरवाजा व खिड़की का एक पल्ला टूटा हुआ था। एक क्लास के दरवाजे की सिटकनी तोड़ने के दौरान प्लाई का दरवाजा भी उखड़ा मिला। प्रधानाध्यापक ने इसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी लेकिन अभी तक मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हो सका। प्राथमिक विद्यालय गोरारी ही नहीं राब‌र्ट्सगंज ब्लाक को उच्च प्राथमिक विद्यालय जोगिया मंदिर क्लास रूम व शौचालय का दरवाजा तोड़ा दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय तिलौली का एक दरवाजा तोड़ा गया जबकि दो दरवाजों का ताला चटका दिया गया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय तिलौली में चहारदीवारी को ही कई स्थानों पर तोड़ दिया गया। प्राथमिक विद्यालय गौड़ बस्ती का दरवाजा तोड़ दिया गया। जिन स्कूलों में रसोई का दरवाजा तोड़ा गया वहां शिक्षक कोई सामान नहीं रख पा रहे हैं। शौचालय का भी उपयोग नहीं हो रहा है। दरवाजा टूट जाने से स्कूल भवन की सुरक्षा को लेकर भी खतरा खड़ा हो गया है। विद्युतीकरण को लेकर सहमे हेडमास्टर

प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रबंध समिति के खाते में स्कूलों के विद्युतीकरण के लिए धन आ चुका है। स्कूलों में चोरी की घटनाएं भी आम हो गई हैं। जिन स्कूलों में दरवाजे तोड़े गए वहां तैनात प्रधानाध्यापकों का कहना है कि स्कूलों में पंखा, एलईडी समेत तमाम उपकरण विद्युतीकरण के तहत लगाए जाने हैं। यदि विद्युतीकरण करा दिया गया तो पंखा चोरी हो जाएगा। वायरिग अराजकतत्वों द्वारा उखाड़ दी जाएगी। चौकीदार की तैनाती की उठी मांग

विद्यालयों में लाइब्रेरी के लिए पुस्तकों, बच्चों के खेलकूद के लिए स्पो‌र्ट्स सामानों की खरीदारी हो चुकी है। रसोई में गैस सिलेंडर व चूल्हा के अलावा अन्य सामान भी है। ऐसे में शिक्षकों ने विद्यालयों की सुरक्षा के लिए उसी गांव के चौकीदारों को जिम्मेदारी सौंपे जाने की मांग की है। एफआइआर कराकर दे सूचना

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल ने बताया कि जिन स्कूलों में चोरी या तोड़फोड़ की घटना होती है वहां के प्रधानाध्यापक प्रधान के सहयोग से पहले संबंधित प्राथमिकी दर्ज कराएं और फिर इसकी सूचना उन्हें भी दी जाए। विद्यालयों में जिलाधिकारी के निर्देश पर कंपोजिग ग्रांट के तहत धन भेजा गया है। शिक्षक इस धन से स्कूल भवन की मरम्मत करा सकते है। जहां ज्यादा धन की जरूरत है तो ग्राम पंचायत से मुहैया कराया जा सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.