स्वच्छता सर्वेक्षण की ऑनलाइन वो¨टग में जनपद चौथे नंबर पर
आपका गांव गंदा है या साफ इसको लेकर भारत सरकार आनलाइन वो¨टग करा रही है। यह प्रक्रिया 31 अगस्त तक चलेगी। वर्तमान समय में जनपद सोनभद्र प्रदेश में चौथे स्थान पर है, जबकि मीरजापुर मंडल में जिले का स्थान पहला है। रैं¨कग में सुधार के लिए जिला प्रशासन ने आमजन को अधिक से अधिक संख्या में वोट देने की अपील भी कर रहा है। इसमें युवाओं की भागीदारी सबसे अधिक है। स्वच्छता सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है कि वर्ष 2014 के बाद जिलों में स्वच्छता को लेकर कितना बदलाव आया, और आमजन इसको लेकर क्या सोचते हैं।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : आपका गांव गंदा है या साफ इसको लेकर भारत सरकार आनलाइन वो¨टग करा रही है। यह प्रक्रिया 31 अगस्त तक चलेगी। वर्तमान समय में जनपद सोनभद्र प्रदेश में चौथे स्थान पर है, जबकि मीरजापुर मंडल के तीनों जनपदों में जिले का स्थान पहला है। रैं¨कग में सुधार के लिए जिला प्रशासन आमजन को अधिक से अधिक संख्या में वोट देने की अपील भी कर रहा है। इसमें युवाओं की भागीदारी सबसे अधिक है। स्वच्छता सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है कि वर्ष 2014 के बाद जिलों में स्वच्छता को लेकर कितना बदलाव आया, और आमजन इसको लेकर क्या सोचते हैं। ऐसे दे सकते हैं प्रतिक्रिया
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण में आनलाइन वो¨टग का हिस्सा बनने के लिए आपको स्मार्ट फोन के प्ले स्टोर में जाकर महज तीन एमबी वाले एसएसजी-18 एप को डाउनलोड करना होगा। इस एप को डाउनलोड करने के बाद आने वाले आठ सवालों का जवाब देकर आप अपनी प्रतिक्रिया पंजीकृत करा सकते हैं। सर्वेक्षण में आनलाइन फीडबैक से जनपद को पांच अंक मिलेंगे, जो राष्ट्रीय स्तर पर जिले में ग्रामीण स्वच्छता को लेकर रैंक निर्धारित करेंगे। भौतिक सत्यापन के बाद वो¨टग
गांव में सफाई व कूड़ा निस्तारण के इंतजामों की पड़ताल के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण (ग्रामीण) के तहत कई ¨बदुओं पर सर्वे कराया जा रहा है। इसके तहत सर्वे टीम हर जनपद के दर्जन भर से अधिक गांवों में जाकर सफाई की भौतिक पड़ताल तो कर रही है, साथ ही जनता से फीड बैक लेने के लिए देशभर में आनलाइन वो¨टग भी कराई जा रही है। 31 अगस्त तक चलने वाली इस वो¨टग प्रक्रिया अभी तक जिले के लिए बेहतर रही है। चल रहा और भी बेहतर करने का प्रयास
जिले को प्रदेश में पहले स्थान पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। तय समय के अंदर जिले को ओडीएफ भी किया जायेगा। अभी तक करीब 700 गांव ओडीएफ हो भी चुके हैं। बाकी बचे गांवों में ओडीएफ का कार्य अंतिम चरण में है।
-आरके भारती, जिला पंचायत राज अधिकारी।