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जरहां वन क्षेत्र में अवैध खनन जोरों पर

जरहां वन क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन पर क्षेत्रीय नागरिकों ने रोक लगाने की मांग की है। जिला प्रशासन द्वारा अवैध खनन रोकने के लिए वन विभाग, खनन विभाग, पुलिस, तहसील कर्मियों सभी को जिम्मेदारी दी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 04:58 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 04:58 PM (IST)
जरहां वन क्षेत्र में अवैध खनन जोरों पर
जरहां वन क्षेत्र में अवैध खनन जोरों पर

जासं, बीजपुर (सोनभद्र) : जरहां वन क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन पर क्षेत्रीय नागरिकों ने रोक लगाने की मांग की है। जिला प्रशासन द्वारा अवैध खनन रोकने के लिए वन व खनन विभाग के साथ ही पुलिस, तहसील कर्मियों को जिम्मेदारी दी है। इसके बाद भी जरहां वन क्षेत्र के ¨सदूर, धरतीदान, सिसवा छापर, पिपरा, अंजानी आदि वन क्षेत्र के नदी-पहाड़ों से दिन-रात अवैध खनन किया जा रहा है। ¨सदूर ग्राम पंचायत के टोला समरलोटवा नदी एवं तुरुकी नदी से लगातार हो रहा अवैध खनन क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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अवैध खनन में गांव के कुछ लोग भी अपना ट्रैक्टर लगाकर अवैध खनन के कार्य में सहयोग कर रहे हैं। अवैध खननकर्ताओं द्वारा भारी मात्रा में बालू डंप करके भी रखा गया है। ¨सदूर रेणुकूट वन प्रभाग के जरहां, म्योरपुर और बभनी वन क्षेत्रों का सीमावर्ती स्थल हैं। इसलिए वन विभाग के कर्मी कार्रवाई करने की बजाय एक दूसरे वन क्षेत्रों का हवाला देकर खनन माफियाओं से परोक्ष-अपरोक्ष लाभ ले रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो अवैध खनन से क्षेत्र की नदियां व पहाड़ों की सुंदरता को ग्रहण लगने के साथ ही उनके अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। संबंधित विभागों की उदासीनता से अवैध खननकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं। क्षेत्रीय नागरिकों ने जिलाधिकारी का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराया है।


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