पौधों में वृद्धि से रुकेगा हानिकारक ओजोन
जासं सोनभद्र पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा व ग्रामीण आजीविका एवं कृषि औद्योगिक सहकारी महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में ओजोन दिवस पर न्यू कालोनी राबर्ट्सगंज में गोष्ठी हुई। महासचिव पवन कुमार सिंह ने कहा कि पहली बार विश्व ओजोन दिवस वर्ष 1995 में मनाया गया था। सूर्य और पृथ्वी के मध्य एक गैस की परत होती है जिसे ओजोन कहते हैं।
चर्चा
- संगठनों ने की ओजोन दिवस पर गोष्ठी करके चिता व्यक्त
- वक्ताओं ने अधिक से अधिक पौधे लगाने पर दिया बल जासं, सोनभद्र : पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा व ग्रामीण आजीविका एवं कृषि औद्योगिक सहकारी महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में ओजोन दिवस पर न्यू कॉलोनी राबर्ट्सगंज में गोष्ठी हुई। महासचिव पवन कुमार सिंह ने कहा कि पहली बार विश्व ओजोन दिवस वर्ष 1995 में मनाया गया था। सूर्य और पृथ्वी के मध्य एक गैस की परत होती है, जिसे ओजोन कहते हैं। यह सूर्य से आने वाली अल्ट्रावॉयलेट रेज को रोकने का कार्य करती है। यह किरणें हमारे लिए अत्यंत हानिकारक होती हैं। वातावरण में होने वाले प्रदूषण के कारण यह गैस दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है। यदि इसी प्रकार से प्रदूषण होता रहा तो ओजोन समाप्त हो सकती है। इसे बचाने के लिए हमें अधिक से अधिक पौधे लगाना चाहिए। जिलाध्यक्ष शिव प्रकाश चौबे उर्फ राजू चौबे ने कहा कि ओजोन परत सामान्यत: धरातल से 10 किमी से 50 किमी की ऊंचाई के बीच पाई जाती है। यह गैस सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों के लिए एक अच्छे फिल्टर का काम करती है। ओजोन दिवस पर पंकज कुमार यादव अशोक कुमार कनौजिया संतोष चतुर्वेदी दीप नारायण पटेल प्रदीप चौहान सलीम कुरेशी राजकुमार सिंह अजय कुमार सिंह
इस मौके पर ललित चौबे, विनोद पटेल, नवीन पांडे, संजय पांडे, पवन द्विवेदी, विकास त्रिपाठी आदि थे। अध्यक्षता मिथिलेश सिंह ने की और संचालन संदीप जायसवाल ने किया।