अक्षय तृतीया पर चमका सोनांचल का सराफा बाजार
अक्षय तृतीया की तिथि और शुभ मुहूर्त के आगे गर्मी उमस और महंगाई सबकुछ हार गई। मंगलवार को आलम यह रहा कि कुछ बाजारों में दिवाली की तरह भीड़-भाड़ देखने को मिला। दोपहर में लोग जिस दुकान पर बैठे वहां बड़े ही इत्मिनान से आभूषण पसंद किए और उन्हें लेकर ही घर गए। वहीं शाम पांच बजे के बाद तो ज्वेलरी की दुकानों में खरीदार पहुंचे। हालांकि चुनावी माहौल और शादी का समय होने का कुछ असर जरूर दिखा। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष कुछ कम ग्राहक आए।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : अक्षय तृतीया की तिथि और शुभ मुहूर्त के आगे गर्मी, उमस और महंगाई सबकुछ हार गई। मंगलवार को आलम यह रहा कि कुछ बाजारों में दिवाली की तरह भीड़-भाड़ देखने को मिली। दोपहर में लोग जिस दुकान पर बैठे वहां बड़े ही इत्मिनान से आभूषण पसंद किए और उन्हें लेकर ही घर गए। वहीं शाम पांच बजे के बाद तो ज्वेलरी की दुकानों में खरीदार पहुंचे। हालांकि चुनावी माहौल और शादी-विवाह का समय होने का कुछ असर जरूर दिखा। गतवर्ष की तुलना में इस वर्ष कुछ कम ग्राहक आए।
गतदिनों अक्षय तृतीया को लेकर जिस तरह से कयास लगाए जा रहे थे उससे कहीं ज्यादा उत्साह लोगों में देखने को मिला। आलम यह रहा कि सुबह दस बजे से ही खरीदारी शुरू हो गई थी। दोपहर में थोड़ी भीड़ कम जरूर रही लेकिन धूप छंटने के बाद शाम के चार बजते ही पुन: दुकानों पर भीड़ टूट पड़ी। सोना महंगा होने की वजह से ज्यादातर लोग छोटे गहने ही पसंद किए लेकिन पसंद सभी ने किया। राबर्ट्सगंज में पन्नूगंज रोड, मुख्य बाजार स्थित दुकान पर जुटी महिलाएं कान का झुमका और गले में बिजली और हार खरीदा। दुकानदारों की मानें तो सामान्य दिनों की तुलना में करीब 20 फीसद ग्राहक अक्षय तृतीया पर ज्यादा आए। हालांकि जो लोग बाहर से पैसा लेकर आते थे चुनाव में जगह-जगह जांच के कारण वे नहीं आए। वाहनों की भी हुई खरीदारी
जिले में अक्षय तृतीया के मौके पर जहां एक तरफ ज्वेलरी की दुकानों पर भीड़ नजर आई तो वहीं मोटरसाइकिल व स्कूटी खरीदने वालों की भी संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा रही। राबर्ट्सगंज के बजाज आटो सेल्स, टीवीएस, हीरो, होंडा समेत अन्य कंपनियों के वाहनों की खरीदारी हुई। कुछ लोगों ने पहले से ही बुकिग करा रखा था। लिहाजा वे सुबह के समय ही एजेंसी से गाड़ी ले गए।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप