धर्मरक्षा के लिए होता भगवान का अवतार
राबर्ट्सगंज के इमरती कालोनी में चल रहे श्री मछ्वागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ के दौरान शनिवार को काशीधर्मपीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी नारायणानंद तीर्थ महाराजश्री ने कहा कि धर्म रक्षा के लिए ही महापुरुषों का अवतार होता है।
जासं,सोनभद्र : राबर्ट्सगंज के इमरती कालोनी में चल रही श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ के दौरान शनिवार को काशी धर्म पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी नारायणानंद तीर्थ ने कहा कि धर्मरक्षा के लिए ही महापुरुषों का अवतार होता है। ब्रम्हर्षि कर्दम व माता देवहूति ने तपस्या किया तो भगवान स्वयं कपिल के रूप में अवतरित हुए।
उन्होंने कहा कि कोई भी नर-नारी जब तपस्या करेगा तो वहां पर योग्य संतान पैदा होगी। यह प्राचीन युग का सत्य नहीं है, हर युगों का सत्य है। माता-पिता संयम रखेंगे, तपस्या करेंगे, ईश्वर पर निष्ठा होगी, कर्तव्य परायणता होगी, धर्म-गुरु-शास्त्र में श्रद्धा होगी तो उसकी संतान दैवी संपदा से सम्पन्न पैदा होगी।