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ऑनलाइन पढ़ाई में घोरावल टॉप, बभनी फिसड्डी

लॉकडाउन का पालन करते हुए बच्चों की पढ़ाई हो इसके लिए हर स्कूल में आनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से भी इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। गत दिनों ही प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में व्हाट्सएप के जरिए आनलाइन पढ़ाई शुरू करा दी गई। बावजूद इसके अब तक इसकी प्रगति ठीक नहीं है। सोमवार की शाम तक ऑनलाइन पढ़ाई के मामले में घोरावल ब्लाक टॉप पर रहा तो वहीं बभनी ब्लाक फिसड्डी रहा। जिले भर में अभी तक महज 1.17 फीसद बच्चे ही आनलाइन पढ़ पा रहे हैं। हालांकि इस आंकड़े को बढ़ाने के लिए विभागीय अधिकारी पूरा जोर दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Apr 2020 06:16 PM (IST)Updated: Wed, 22 Apr 2020 06:06 AM (IST)
ऑनलाइन पढ़ाई में घोरावल टॉप, बभनी फिसड्डी
ऑनलाइन पढ़ाई में घोरावल टॉप, बभनी फिसड्डी

बाटम

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सुजीत शुक्ल

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जासं, सोनभद्र : लॉकडाउन का पालन करते हुए बच्चों की पढ़ाई हो इसके लिए हर स्कूल द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से भी इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। बावजूद प्रगति ठीक नहीं है। सोमवार की शाम तक ऑनलाइन पढ़ाई के मामले में घोरावल ब्लाक टॉप पर रहा तो वहीं बभनी ब्लाक फिसड्डी रहा। जिले भर में अभी तक महज 1.17 फीसद बच्चे ही आनलाइन पढ़ पा रहे हैं। हालांकि इस आंकड़े को बढ़ाने के लिए विभागीय अधिकारी पूरा जोर दे रहे हैं।

शिक्षा विभाग से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो अभी तक दो लाख 54 हजार बच्चों में से महज 2974 बच्चे ही ऑनलाइन पढ़ रहे हैं। इन्हें वाट्सएप या अन्य माध्यम से पढ़ाने में 197 स्कूल लगे हुए हैं। बात करें ब्लाकों की तो घोरावल में सर्वाधिक 69 स्कूल के 1200 बच्चों को 198 शिक्षक आनलाइन पढ़ा रहे हैं। बभनी ब्लाक में अभी यह संख्या इकाई में है। चोपन के 57 स्कूलों के 1000 बच्चों को 177 शिक्षक पढ़ा रहे हैं। नहीं काम करता नेटवर्क

शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों व शिक्षकों की मानें तो ऑनलाइन पढ़ाई में संचार व्यवस्था आड़े आ रही है। जिले के बभनी, म्योरपुर, दुद्धी, चोपन, चतरा, नगवां, घोरावल, राब‌र्ट्सगंज ब्लाक के किसी न किसी इलाके में संचार व्यवस्था की कमी नजर आती ही है। बभनी, दुद्धी ब्लाकों के कुछ शिक्षकों द्वारा न रूचि लिए जाने की भी सूचनाएं मिली हैं। ज्यादा से ज्यादा बच्चे ऑनलाइन पढ़ सकें इसके लिए शिक्षकों, अभिभावकों सबको जागरूक किया जा रहा है। जिन ब्लाकों की प्रगति कम है उन्हें निर्देश दिया गया है कि सुधार करें। साथ ही बेहतर कार्य करने वालों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।

- डा. गोरखनाथ पटेल, बीएसए


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