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बापू की जयंती पर रिहा हो सकते हैं चालीस बंदी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर देश में बड़े पैमाने पर कैदियों की रिहाई होगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 09:17 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 09:17 PM (IST)
बापू की जयंती पर रिहा हो सकते हैं चालीस बंदी
बापू की जयंती पर रिहा हो सकते हैं चालीस बंदी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर देश में बड़े पैमाने पर कैदियों की रिहाई होगी। ऐसा फैसला कैबिनेट की मी¨टग में सरकार ने लिया है। इस फैसले से जिले के गुरमा स्थित कारागार में निरुद्ध कुल 640 बंदियों में करीब चालीस बंदी रिहा हो सकते हैं। ..क्योंकि इनकी उम्र 60 साल से अधिक है। यहां के जेल में महिला कैदियों की संख्या शून्य है। सभी महिला कैदी मीरजापुर के जिला जेल में ही निरुद्ध हैं।

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केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती दो अक्टूबर को कुछ कैदियों को रिहा किया जायेगा। इसमें 60 साल से अधिक पुरुष कैदी व 55 साल से अधिक उम्र की महिला कैदी को शामिल किया जाएगा। इसके लिए शर्त यह रहेगी कि सजा का आधे से अधिक समय गुजार चुके हों। रिहाई तीन चरण में की जानी है इसलिए पहले चरण में कितने कैदियों को रिहा किया जायेगा यह अभी तय नहीं हो सका। गुरमा जिला जेल के जेलर रमाकांत दोहरे ने बताया कि कारागार में कुल 640 कैदी हैं। इसमें से करीब चालीस कैदियों की उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है। राष्ट्रपिता की जयंती पर रिहाई के लिए क्या शर्त होगी, किस तरह से रिहाई की जाएगी यह उच्चस्तर से आदेश आने के बाद ही बताया जा सकता है। कहा कि जिला कारागार में महिला बंदियों की संख्या शून्य है।


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