अब भी मंत्रियों के लगे हैं पोस्टर
लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। कई चरण में नामांकन तक शुरू हो चुका है। जगह-जगह आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है। जगह-जगह चट्टी-चौराहों पर लगे नेताओं के बैनर पोस्टर भी हटाए जा चुके हैं। बावजूद इसके विद्युत विभाग के सौभाग्य योजना के तहत जगह-जगह लगे बोर्ड पर पीएम-सीएम की तस्वीर शोभा बढ़ा रही है। वहीं हाइवे पर मंत्री व जिले के बार्डर क्षेत्रों में लगे स्वागत गेट पर स्थानीय नेताओं की तस्वीर भी कई तरह से सवाल उठा रही है। विभिन्न राजनीतिक दल के लोग इसको लेकर चर्चा भी कर रहे हैं। हालांकि जिला प्रशासन अभी इस पर निर्वाचन आयोग से मिले निर्देश को ठीक से समझकर ही निर्णय लेने की तैयारी में है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। प्रथम व द्वितीय चरण के मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जगह-जगह आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी हो रही है। चट्टी-चौराहों पर लगे नेताओं के बैनर, पोस्टर भी हटाए जा चुके हैं। बावजूद इसके विद्युत विभाग के सौभाग्य योजना के तहत जगह-जगह लगे बोर्ड पर पीएम व सीएम की तस्वीर शोभा बढ़ा रही है। हाइवे पर मंत्री व जिले के बार्डर क्षेत्रों में लगे स्वागत गेट पर स्थानीय जनप्रतिनिधि की तस्वीर भी कई तरह से सवाल उठा रही है। विभिन्न राजनीतिक दल के लोग इसको लेकर चर्चा भी कर रहे हैं। हालांकि जिला प्रशासन अभी इस पर निर्वाचन आयोग से मिले निर्देश पर ही हटाने आदि पर निर्णय लेने की तैयारी में है।
गतदिनों जब देश की राजधानी में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे उसी समय जिले में गठित एफएसटी और एसएसटी चट्टी-चौराहे पर लगे नेताओं के बैनर, पोस्टर हटवाने की तैयारी शुरू कर दी थी। कांफ्रेंस समाप्त होते ही धड़ाधड़ बैनर, पोस्टर, होर्डिंग आदि हटा दिए गए। पोस्टर-बैनर से रंग-बिरंगे हुए चौराहे विरान से हो गए। वहीं कुछ दिन के बाद जब लोगों की नजर सौभाग्य योजना के तहत लगे बोर्ड पर पड़ी तो सवाल उठना शुरू हो गया। इसी तरह वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर सुकृत में मीरजापुर सीमा के पास, बभनी क्षेत्र में बभनी-आसनडीह मार्ग पर छत्तीसगढ़ जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह स्वागत द्वार बना है। उस पर सीएम के अलावा एक मंत्री, जिला पंचायत अध्यक्ष तक की तस्वीर लगी है। जिसे लेकर तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है। बोले अधिकारी
इस संबंध में उपजिला निर्वाचन अधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि जो पहले से बोर्ड लगे हैं उनके बारे में आयोग से कुछ निर्देश आए हैं। उसे ठीक से देखकर कार्रवाई होगी। आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी दशा में नहीं होने दिया जाएगा।