पल्स आक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर खरीद में पूर्व डीपीआरओ निलंबित
जागरण संवाददाता सोनभद्र जिले के 312 ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण के दौरान ग्रामीणों क
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले के 312 ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण के दौरान ग्रामीणों की जांच के लिए पल्स आक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर खरीद में हुए गड़बड़ी में पूर्व जिला पंचायत राज अधिकारी धन्नजय जायसवाल को पंचायत निदेशक ने निलंबित कर दिया है।
दरअसल, जिले में उपकरण खरीद में गड़बड़ी को सबसे पहले दैनिक जागरण ने प्रकाशित किया था, जिसके बाद शासन स्तर से इसकी जांच शुरू कर दिया गया था। पंचायत निदेशक किजल सिंह ने धनन्जय जायवाल को राजपत्रित न होते हुए नियम विरुद्ध ग्राम पंचायतों के कार्यों की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति देने व जिले के 312 ग्राम पंचायतों पर सहायक विकास अधिकारियों से दबाव बनाकर पल्स आक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर ऊंचे दाम पर खरीदने पर मजबूर करने पर निलंबित करते हुए उन्हें मंडल कार्यालय से संबद्ध कर दिया है।
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यह था मामला
कोरोना संक्रमण के दौरान ग्राम पंचायतों में स्तर पर डोर टू डोर सर्वेक्षण टीम के लिए खरीदे गए पल्स आक्सीमीटर थर्मल स्कैनर में जिले में व्यापक घोटाला किया गया था। जहां एक तरफ शासन ने इस उपकरण के खरीद के लिए कम से कम धन व्यय करने का निर्देश दिया था तो वहीं जिले में यह उपकरण छह हजार रुपये की दर से खरीदा गया वहीं दूसरी बात कि पूरे जिले में यह खरीद प्रक्रिया एक ही फर्म से किया गया। जिसका खुलासा सबसे पहले दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद इस पूरे मामले की जांच शुरू हुई थी। पंचायत निदेशक ने इसकी जांच के लिए मंडल स्तर के अधिकारी को नामित किया था। जांच में यह बात सामने आयी कि 312 ग्राम पंचायतों में उपकरण की खरीद हुई है, जिसमें 294 ग्राम पंचायतों में छह हजार रुपये की दर से पल्स व थर्मल स्कैनर की खरीद हुई वहीं सात ग्राम पंचायतों में छह हजार रुपये से भी अधिक दाम पर उपकरण खरीदे गए थे।