अवैध कटान में प्राथमिकी दर्ज, कार्रवाई का दिया निर्देश
डाक बंगले में पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि विढमगंज क्षेत्र के ड्यूडी गांव में कनहर नदी से खनन की पुष्टि तो हुई है किन्तु वह वन क्षेत्र में न होने के कारण वहां कोई कार्रवाई नही की गई। जबकि कुदरी गांव में अवैध कटान के मामले में शुक्रवार को वन अधिनियम के तहत कुछ लोगों के खिलाफ
जागरण संवाददाता, दुद्धी/महुली: अवैध खनन एवं कटान की शिकायत मिलने पर शनिवार को मुख्य वन संरक्षक रमेश चंद्र झा ने विढमगंज वन क्षेत्र का जायजा लिया। दोपहर बाद लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले में पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि विढमगंज क्षेत्र के ड्यूढ़ी गांव में कनहर नदी से खनन की पुष्टि तो हुई है लेकिन वह वन क्षेत्र में न होने के कारण वहां कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि कुदरी गांव में अवैध कटान के मामले में शुक्रवार को वन अधिनियम के तहत कुछ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि नदी क्षेत्र के बालू पर वन विभाग का न कोई अधिकार नहीं है। वन क्षेत्र में बालू, मिट्टी, मोरंग उठाने पर मातहतों को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान मीरजापुर डिवीजन से उप प्रभागीय वनाधिकारी पंकज शुक्ला एवं ओबरा से जेपी सिंह, रेणुकूट से मनमोहन मिश्रा व कुंज मोहन के साथ तमाम वनाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहे। कुदरी की टीम ने की जांच
विढमगंज रेंज के कुदरी में सिद्ध के पेड़ कटान मामले में मुख्यवन संरक्षक रमेश चंद्र के निर्देश पर त्रिस्तरीय टीम की गठन किया था। शुक्रवार की शाम जांच टीम ने कुदरी पहुंच कर पहाड़ी पर कटे सिद्ध के पेड़ों की नाप-जोख किया। इसके बाद टीम ने एक शिकायत पर कनहर नदी पर बने रेलवे पुल के समीप हुए रेत की खनन की भी जांच में जुटी हुई है। एसडीओ रेनूकूट मदन मोहन मिश्रा ने बताया कि नदी में हुए खनन की स्थिति की जांच कर रहे है, बताया कि कोई भी ट्रैक्टर अभी पकड़ में नहीं आ सका है। जांच के बावत उन्होंने कुछ भी बताने से इन्कार किया, उन्होंने बताया कि यह जांच मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर की जा रही है।