किसानों को मिलेगी मिट्टी जांच की सुविधा, लैब स्थापित
राबर्ट्सगंज तहसील क्षेत्र के रामगढ़ में भी अब मिट्टी की जांच होगी। इसके लिए वहां के एक बीज व्यवसायी ने मृदा परीक्षण लैब लगवाया है। लैब का उद्घाटन सोमवार को जिला कृषि अधिकारी पियूष राय ने फीता काटकर किया। मौजूद किसानों को उन्होंने मृदा परीक्षण की उपयोगिता के बारे में बताया। कहा कि कम लागत में अधिक पैदावार के साथ-साथ मिट्टी की सेहत सुधारने के लिए मिट्टी की जांच कराकर खेती करना अत्यंत आवश्यक है।
जागरण संवाददाता,रामगढ़ (सोनभद्र) : राबर्ट्सगंज तहसील क्षेत्र के रामगढ़ में भी अब मिट्टी की जांच होगी। इसके लिए वहां के एक खाद-बीज व्यवसायी ने कृषि गुरुकुलम के तहत मृदा परीक्षण लैब की स्थापना की है। लैब का शुभारंभ सोमवार को जिला कृषि अधिकारी पियूष राय ने फीता काटकर किया। इस दौरान मौजूद किसानों को उन्होंने मृदा परीक्षण की उपयोगिता के बारे में बताया। कहा कि कम लागत में अधिक पैदावार के साथ-साथ मिट्टी की सेहत सुधारने के लिए मिट्टी की जांच कराकर खेती करना अत्यंत आवश्यक है।
दैनिक जागरण के आधुनिक अन्नदाता महाभियान से प्रेरित होकर रामगढ़ के बीज व्यवसायी उदय प्रताप ¨सह ने अपने प्रतिष्ठान रामगढ़ में सोमवार को मिट्टी की जांच के लिए लैब की स्थापना की। उन्होंने एक कक्ष में पूरा लैब लगाया है। इसका उद्घाटन करने पहुंचे जिला कृषि अधिकारी पियूष राय ने कहा कि जिस तरह से मनुष्य बीमार पड़ता है तो उसके खून की जांच कराकर सही दवा डाक्टर देता है। उसी तरह से बीमार मिट्टी की सेहत को ठीक करने के लिए मृदा परीक्षण कराकर उसी के अनुसार उर्वरक आदि का इस्तेमाल करने से मिट्टी की सेहत ठीक होगी। जब मिट्टी ठीक होगी तो फसल की पैदावार बढ़ेगी। उदाहरण के साथ किसानों को समझाया कि बगैर मिट्टी जांच कराए खेती करने वाला किसान मनमाने ढंग से उर्वरक का इस्तेमाल करता है। स्थिति यह होती है कि जिस पोषक तत्व की कमी होती है उसकी दवा डाली नहीं जाती जिसकी मात्रा भरपूर होती है उसे अधिक डाल देते हैं। ऐसे में फसल भी प्रभावित होती और मिट्टी भी। इसलिए मिट्टी की जांच कराकर खेती को बढ़ावा देने की दिशा में यह लैब काफी अहम होगा। कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री भी मिट्टी की जांच कराकर खेती को बढ़ावा देने की बात कर रहे हैं। यह लैब रामगढ़ के किसानों के लिए वरदान साबित होगा। इस मौके पर एडीओ एजी रामराज यादव, राजकीय बीज भंडार के प्रभारी विजय शंकर ¨सह, लैब टेक्नीशियन अर¨वद ¨सह पटेल, शुभम मौर्या, विमलेश पटेल,, गुलाब पटेल, मुक्तिनाथ आदि मौजूद थे। हर गांव में किसानों को करेंगे जागरूक
मृदा परीक्षण के बारे में जानते हुए भी बहुत से किसान इसमें रूचि नहीं लेते। ..क्योंकि लैब की कमी के कारण ये वहां तक पहुंच नहीं पाते। जिले में जो लैब लगा है उस पर लोड काफी ज्यादा है। दैनिक जागरण के आधुनिक अन्नदाता अभियान के बारे में जब हमें जानकारी मिली तो हमने विचार किया कि हमारे पास उर्वरक व बीज की दुकान है ही। उसी में मशीन लगाकर मिट्टी की जांच करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा किसान मिट्टी की जांच कराकर खेती करें। इसके लिए मैं गांव-गांव जाकर लोगों को बताने की कोशिश करूंगा।
-उदय प्रताप ¨सह, लैब संचालक।
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मिट्टी की जांच कराकर करेंगे खेती
वास्तव में बगैर मिट्टी की जांच कराये ही खेती करने से लागत काफी ज्यादा आ रही है। उत्पादन भी निरंतर कम हो रहा है। अब रामगढ़ में मशीन लग गई तो हम जांच कराकर ही खेती करेंगे।
-विजय कुमार गोंड़, अहरौरा। कृषि अधिकारी ने जिस तरीके से बताया, वह वास्तव में समझने की चीज है। जब हम यही नहीं जानेंगे कि बीमारी क्या है तो सही इलाज कैसे कराएंगे। इसलिए मिट्टी की जांच कराकर खेती करने पर ज्यादा जोर होगा।
-नंद कुमार मौर्या, अहरौरा। हमारे लिए अभी तक महज एक ही मृदा परीक्षण लैब था। वहां जांच होना संभव नहीं था। अब हमारे इलाके में जब मशीन लगी है तो जांच तो कराएंगे ही। साथ ही औरों को भी इसके बारे में बताएंगे।
-बेचन ¨सह, चपइल। मृदा परीक्षण के बारे में पहले भी सुना था लेकिन विस्तृत जानकारी आज मिली है। इस बारे खेती से पहले मैं अपने खेत की मिट्टी की जांच कराऊंगा। जो रिपोर्ट आएगी उसी के अनुसार उर्वरक डालेंगे।
- फूलचंद, बिरधी।