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रेणुकूट में जल्द बनेगा 100 बेड का एल-2 अस्पताल

अब सोनभद्र आक्सीजन उत्पादन व अपने जरूरत पर पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो गया है। इसके लिए जिले के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को बधाई। यह बातें शनिवार को जिले के प्रभारी मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने वीडियो कांफ्रेसिग के जरिए अधिकारियों की समीक्षा बैठक के दौरान कही। बताया कि अनपरा में आक्सीजन प्लांट का सफलतापूर्वक संचालन हो रहा है जहां से प्रतिदिन 300 से 350 सिलेंडर भरे जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 06:22 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 06:22 PM (IST)
रेणुकूट में जल्द बनेगा 100 बेड का एल-2 अस्पताल
रेणुकूट में जल्द बनेगा 100 बेड का एल-2 अस्पताल

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : अब सोनभद्र आक्सीजन उत्पादन व अपने जरूरत पर पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो गया है। इसके लिए जिले के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को बधाई। यह बातें शनिवार को जिले के प्रभारी मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने वीडियो कांफ्रेसिग के जरिए अधिकारियों की समीक्षा बैठक के दौरान कही। बताया कि अनपरा में आक्सीजन प्लांट का सफलतापूर्वक संचालन हो रहा है, जहां से प्रतिदिन 300 से 350 सिलेंडर भरे जा रहे हैं। इससे ना केवल जनपद के कोविड अस्पताल वअन्य सरकारी अस्पतालों में बल्कि सभी निजी अस्पतालों को भी आक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। इतना ही नहीं, आवश्यकता पड़ने पर सोनभद्र अपने पड़ोसी जनपद को आक्सीजन उपलब्ध कराने में सक्षम हो गया है। बताया कि इसके अतिरिक्त जिला चिकित्सालय में 38 बेड को आक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था अलग से कर ली गई है। डा. द्विवेदी ने बताया कि सोनभद्र के निजी अस्पतालों के लिए एक-एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है, ताकि मरीजों को भर्ती होने और इलाज होने में असुविधा न हो। प्रभारी मंत्री ने बताया कि जिले में आशा बहुओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की 1500 से अधिक टीमें डोर टू डोर कैंपेन चला कर कोविड के लक्षणों वाले लोगों की जांच कर रही है और आमजन को जागरूक कर रही है। इसके अलावा अधिकारियों ने प्रभारी मंत्री को बताया कि वर्तमान समय में जिले में लगभग 2300 कोविड पाजिटिव मरीज आइसोलेशन में है। जिनको मेडिकल किट भेज कर नियमित निगरानी की जा रही है। नए अस्पताल पर चल रहा कार्य

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प्रभारी मंत्री ने बताया कि जनपद का भौगोलिक क्षेत्रफल अधिक है। जिसके कारण दूरस्थ क्षेत्र के मरीजों को जिला मुख्यालय तक आने में समय लगता है। इसलिए लोगों की सुविधा के लिए रेणुकूट स्थित अस्पताल में 100 बेड का एल-2 अस्पताल बनाने का कार्य चल रहा है। इसके अलावा जिले में कोविड टेस्ट के स्थाई केंद्रों के अलावा 16 मोबाइल टीमें कार्य कर रही हैं। जो एक फोन काल पर कहीं भी पहुंच कर जांच की सुविधा उपलब्ध करा रही है। प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नगरपालिका तथा नगर पंचायतों के साथ ही साथ कोविड से अधिक प्रभावित फैक्ट्रियों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी सैनिटाइजेशन और साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।


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