श्रीराम के वन जाते ही नम हुईं आंखें
राबर्ट्सगंज रामलीला मैदान में श्रीराम वनगमन का मनोहारी मंचन किया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष पवन जैन द्वारा आरती-पूजन कर रामलीला का शुभारंभ किया गया। कैकेयी व मंथरा की कटिल चाल से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुईं।
जासं, सोनभद्र: राबर्ट्सगंज रामलीला मैदान में श्रीराम वनगमन का मनोहारी मंचन किया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष पवन जैन द्वारा आरती-पूजन कर रामलीला का शुभारंभ किया गया। कैकेयी व मंथरा की कटिल चाल से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुईं। पुत्र वियोग में राजा दशरथ के प्राण त्यागते ही नगरवासी शोकाकुल हो उठे।
महुली : स्थानीय राजा बरियार शाह खेल मैदान पर चल रहे रामलीला के छठवें दिन कलाकारों द्वारा राम वनवास की लीला का मंचन किया गया। मां जानकी व भाई लक्ष्मण के साथ श्रीराम को वन जाते देख श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गईं वहीं श्रीराम-केवट संवाद ने सभी का मन मोह लिया। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष दिलीप कन्नौजिया, वीरेंद्र कन्नौजिया, पंकज गोस्वामी, चन्द्र भूषण कन्नौजिया, प्रेम चन्द आदि मौजूद रहे। श्रीराम के धनुष तोड़ते ही जय श्रीराम की गूंज
चुर्क: स्थानीय बाजार से सटे रामलीला प्रांगण में धनुष यज्ञ एवं राम-सीता विवाह का मंचन किया गया। राजा जनक के दरबार में कई राज्यों के राजा आए हुए थे और बारी-बारी से सभी राजाओं ने शिव धनुष को उठाने की पूरी कोशिश की लेकिन कोई सफल नहीं हो पाया। इसके बाद भगवान श्रीराम ने शिव धनुष को तोड़कर मां जानकी का वरण किया। श्रीराम द्वारा धनुष तोड़ते ही पूरा पंडाल जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। इस मौके पर पूर्व विधायक राजेन्द्र ¨सह पटेल, राजू जैन, जयराम वर्मा, कैलाश त्रिपाठी, गोपाल आदि लोग मौजूद रहे।