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पाइप लाइन पेयजल आपूर्ति की उम्मीद जगी

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मंगलवार को चौथा बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने ग्रामीण जलापूर्ति के लिए तीन हजार करोड़ रुपये प्रस्ताव को मंजूरी दिया है। इससे सोनांचल के लोगों को उम्मीद जगी है कि जल्द ही पाइप लाइन के माध्यम से गांवों में शुद्ध पानी पहुंचाने का काम शुरु हो जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 09:47 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 09:47 PM (IST)
पाइप लाइन पेयजल आपूर्ति की उम्मीद जगी
पाइप लाइन पेयजल आपूर्ति की उम्मीद जगी

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मंगलवार को चौथा बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने ग्रामीण जलापूर्ति के लिए तीन हजार करोड़ रुपये प्रस्ताव को मंजूरी दिया है। इससे सोनांचल के लोगों को उम्मीद जगी है कि जल्द ही पाइप लाइन के माध्यम से गांवों में शुद्ध पानी पहुंचाने का काम शुरु हो जाएगा। जिले में 14 परियोजनाओं से 1289 गांवों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

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आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र में पेयजल समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीणों को जल्द ही पाइप लाइन के माध्यम से उनके घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए जिले में 14 परियोजनाओं की स्थापना की जाएगी। 2022 तक जनपद के 1289 गांवों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना की स्थापना करने में 2900 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। गांवों में पानी पहुंचाने के लिए 6100 किलो मीटर लंबी पाइप लाइन बिछायी जाएगी। बजट मिलने के बाद पाइप लाइन से पानी पहुंचाने का काम आसान हो जाएगा। हर घर नल, हर नल जल योजना के तहत पेयजल समस्याओं से जूझ रहे गांवों में पाइप लाइन से घरों तक जल पहुंचाने का काम जल्द ही शुरु हो जाएगा। आदिवासी जिला सोनभद्र में पेयजल की सबसे बड़ी समस्या हैं। यहां हर साल गर्मी के मौसम में पेयजल को लेकर गंभीर समस्या खड़ी हो जाती हैं। टैंकरों के माध्यम से लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जाता है। सबसे अधिक विकट समस्या तो आदिवासी इलाका रेणुकापार क्षेत्र के लोगों को उठानी पड़ती हैं जहां पर ग्रामीणों को चुआंड़ का गंदा पानी पीकर ही गुजारना पड़ता है। शुद्ध पानी न मिलने से लोग तमाम तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। लेकिन, अब पाइप लाइन के माध्यम से घरों तक पानी पहुंचाने से लोगों को इस समस्या से निजात मिल सकेगी। आठ सोन नदियों व छह बांध में कुल 14 परियोजनाओं की स्थापना की जाएगी। 2022 तक परियोजना को पूर्ण कर 1289 घरों तक पाइप लाइन से पानी पहुंचाया जाएगा। इन जगहों पर लगाई जानी है परियोजना

पटवध ग्राम समूह पेयजल परियोजना, कदरा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, नेवारी ग्राम समूह पेयजल परियोजना, गुरमुरा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, केवथा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, पनारी ग्राम समूह पेयजल परियोजना, अमवार ग्राम समूह पेयजल परियोजना, तेन्दौही ग्राम समूह पेयजल परियोजना, बेलावाध ग्राम समूह पेयजल परियोजना, नगवां ग्राम समूह पेयजल परियोजना, हर्रा ग्राम समूह पेयजल परियोजना, पटवध सेकेंड ग्राम समूह पेयजल परियोजना, बेलही ग्राम समूह पेयजल परियोजना, झीलो ग्राम समूह पेयजल परियोजना लगेगी। इस परियोजनाओं से 1289 गांवों में पाइप लाइन से पानी पहुंचाया जाएगा। 6100 किमी. फैलाई जाएगी पाइप

आठ नदी व छह बांधों में परियोजना बैठाने के लिए 570 किलो मीटर पाइप लाइन बैठायी जाएगी। इसके अलावा गांवों में पानी पहुंचाने के लिए 6100 किलो मीटर लंबी पाइप लाइन बिछायी जाएगी। इसके माध्यम से घरों तक पानी पहुंचाया जाएगा। किस योजना में आएंगे कितने गांव

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धंधरौल बांध - 238 गांव

कनहर बांध - 60 गांव

नगवां बांध - 121 गांव

रिहंद बांध - 187 गांव

रिहंद नदी - 30 गांव

सोन नदी से 653 गांवों में पानी पहुंचाया जाएगा।


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