बिजली गुल नहीं होने देगा विद्युत वितरण खंड
प्रकाश पर्व दीपावली पर प्रदेश सरकार द्वारा संपूर्ण प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के निर्देश जारी किये गये हैं। इसके मद्देनजर सोनभद्र विद्युत वितरण खंड ने भी कमर कस ली है। वितरण खंड के एसई द्वारा इस संबंध में अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : प्रकाश पर्व दीपावली पर प्रदेश सरकार द्वारा संपूर्ण प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके मद्देनजर सोनभद्र विद्युत वितरण खंड ने भी कमर कस ली है। वितरण खंड के एसई द्वारा इस संबंध में अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
दीपावली प्रकाश का पर्व है। इस दिन सभी सभी लोग अपने-अपने घरों में दीप जलाकर रोशन करते हैं। ऐसे में यदि इस दिन भी बिजली न रहे तो लोगों को भावनात्मक कष्ट तो होगा ही। यही कारण है कि प्रकाश पर्व की महत्ता को देखते हुए सरकार द्वारा भी बिजली विभाग को कटौती मुक्त बिजली की आपूर्ति करने का निर्देश जारी किया जाता है। इस बार भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस दिशा में फरमान जारी कर दिया गया है। इसे देखते हुए सोनभद्र विद्युत वितरण मंडल द्वारा भी मुकम्मल तैयारी प्रारंभ की गई है। अधीक्षण अभियंता एससी यादव ने बताया कि इस संबंध में कंट्रोल रूम को अवगत कराने के साथ ही लोकल लेवल पर भी तैयारी की गई है। सभी सबस्टेशनों व फीडरों के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। संबंधित खंडों के एक्सईएन सहित एसडीएओ व जेई को समय रहते लोकल स्तर के फाल्ट दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही अपरिहार्य कारणों से फाल्ट आने की स्थिति में जल्द से जल्द खामी दूर कर विद्युत आपूर्ति सुचारू कर ली जाए। उन्होंने कहा कि दुरूह भौगोलिक स्थिति के बाद भी सरकार के मंशानुरूप निर्बाध विद्युत आपूर्ति की पूरी कोशिश की जाएगी। व्यवस्था में सुधार के साथ मांग में भी वृद्धि
एक वर्ष पूर्व तक की स्थिति का आकलन किया जाए तो इस दौरान जहां जनपद में विद्युत वितरण व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है, वहीं इसी के सापेक्ष बिजली की मांग में भी वृद्धि दर्ज की गई है। उस समय जनपद में 11केवी के फीडरों की संख्या 97, 33केवी के सबस्टेशनों की संख्या 27 तथा 132केवी के सबस्टेशनों की संख्या 4 थी। उस समय बिजली की मांग भी 60 मिलियन यूनिट थी। सोनभद्र की विद्युत वितरण की स्थिति-
बिजली की मांग- 70 मिलियन यूनिट (215 मेगावाट)
11केवी के फीडरों की संख्या- 101
33केवी के सबस्टेशनों की संख्या- 31
132केवी के सबस्टेशनों की संख्या- 5