मांग में कमी पर आठ इकाइयां कराई गईं बंद
जागरण संवाददाता ओबरा (सोनभद्र) बिजली की मांग में निरंतर कमी के कारण राज्य विद्युत उत्पाद।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : बिजली की मांग में निरंतर कमी के कारण राज्य विद्युत उत्पादन निगम सहित केंद्रीय सेक्टर की कुल आठ इकाइयों को बंद करा दिया गया है। पिछले चार दिनों में बिजली की मांग में तीन हजार मेगावाट की कमी आई है। रविवार पीक आवर के दौरान मांग 17,440 मेगावाट के करीब दर्ज की गई। इस कारण इकाइयों को बंद कराने के साथ थर्मल बैंकिंग भी कराई जा रही है। तापमान में कमी के कारण मांग में कमी जारी है।
प्रदेश के बड़े हिस्से में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से कम होने का सीधा असर बिजली की मांग पर पड़ा है। पिछले तीन दिनों के दौरान उत्पादन निगम की परीछा तापीय परियोजना की 210 एवं 250 मेगावाट की दो-दो इकाई तथा एनटीपीसी के टांडा परियोजना की 110 मेगावाट वाली चार इकाइयों को बंद कराया गया है। यूपी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के आंकड़ों के अनुसार बीते 14 अक्टूबर को अधिकतम प्रतिबंधित मांग 388.5 मिलियन यूनिट थी जिसमें निरंतर कमी हो रही है। 15 अक्टूबर को 385.9 मियू,16 अक्टूबर को 377 मियू,17 अक्टूबर को 364.1 मियू तथा 18 अक्टूबर को 338.8 मियू दर्ज की गई। बीते तीन अक्टूबर को प्रतिबंधित मांग 411.1 मियू थी, जिसमें 18 अक्टूबर तक 72.3 मियू की कमी हो चुकी है। मांग में कमी के कारण केंद्रीय पूल से आयात में भी कमी आई है। रविवार रात में मात्र 7780 मेगावाट बिजली आयात की गई। समाचार लिखे जाने तक उत्पादन निगम की इकाइयों से 2527 मेगावाट तथा अन्य इकाइयों से 4788 मेगावाट उत्पादन कराया जा रहा था। उधर जलविद्युत इकाइयों से 267 मेगावाट उत्पादन हो रहा था। मांग में कमी के कारण सोमवार दिन में दो बजे ओबरा की 200 मेगावाट वाली नौवीं इकाई से 130 मेगावाट, 10वीं से 144 मेगावाट, 11वीं से 149 मेगावाट तथा 12वीं इकाई से 142 मेगावाट उत्पादन हो रहा था।