ईको फ्रैंडली दीपावली मनाने पर सभी का जोर
दीपावली का पावन पर्व कल जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस बार जागरण अभियान पटाखों से बनाए दूरी को आमजन हाथों-हाथ ले रहे हैं। विदित हो कि पर्व पर पटाखों से पर्यावरण प्रदूषित होता है। अभियान का असर ही है कि इस बार अधिकांश लोग पटाखा फोड़ने की जगह गरीब व असहाय लोगों की मदद करने की बात कर रहे हैं। वहीं महिलाओं ने भी घर में चाइनीज झालरों की जगह मिट्टी के दिए जलाने का निश्चय किया है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : दीपावली बुधवार को जिले में हर्षोल्लास मनायी जायेगी। इस बार जागरण अभियान आइए सुरक्षित दीपावली मनाएं को आमजन हाथों-हाथ ले लिया है। विदित हो कि पर्व पर पटाखों से पर्यावरण प्रदूषित होता है। अभियान का असर ही है कि इस बार अधिकांश लोग पटाखा फोड़ने की जगह गरीब व असहाय लोगों की मदद करने की बात कर रहे हैं। वहीं महिलाओं ने भी घर में चाइनीज झालरों की जगह मिट्टी के दिये जलाने का निश्चय किया है। इन लोगों ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार पटाखों का कम से कम प्रयोग कर अपने परिचितों को भी ऐसा करने की बात कहेंगे। दीपावली पर दीये और लाइट से घर को सजाने के साथ ही लोग पटाखे जलाना भी बेहद पसंद करते हैं, लेकिन ऐसा करते समय कुछ चीजों पर यदि ध्यान नहीं रखा जाय तो खुशी देने वाले पटाखे परेशानी खड़ी कर सकते हैं। पटाखों के प्रयोग से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में अधिकांश लोगों को पता नहीं रहता, जबकि यह सत्य है कि दीपावली की रात को पर्यावरण प्रदूषण सर्वाधिक रहता है।
क्या बोले लोग..
दीपावाली पर लोगों को पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए। बढ़ते प्रदूषण को रोकने में हम सबको अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की जरूरत है। हम सबको अपनी अगली पीढ़ी को बीमारियों से बचाने के बारे में सोचना चाहिए।
-अंशु श्रीवास्तव, चुर्क। कम से कम पटाखे जलाएंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे। दीपावाली पर्व पर पटाखों से प्रदूषण व अनावश्यक गंदगी भी फैलती है। ऐसे में इससे बचेंगे। जरूरतमंद लोगों को उपहार देकर दीपावली खुशियां मनाएंगे।
-डा. एचपी ¨सह, राबर्ट्सगंज। पर्यावरण को प्रदूषित करने से हम अगली पीढि़यों के लिए ही समस्या खड़ी कर रहे हैं। इस दीपावली से ही पटाखों का प्रयोग न करने की शपथ हम लोगों को लेने की जरूरत है, ताकि हम सबका भविष्य सुरक्षित रहे।
-संजय कुमार, शाहगंज। हमें हर दिन पर्यावरण को स्वच्छ रखने की जरूरत है। हम पहले से ही प्रदूषित जनपद में रहते हैं। दीपावाली पर मेरी अपील है कि पटाखारहित पर्व सभी मनाएं। ताकि प्रदूषण और न बढ़े।
-मनोज केशरी, शाहगंज। ईको फ्रैंडली दीपावली मनाएं। आमजन में वैसे पर्यावरण को लेकर पहले से अधिक जागरूकता आ गई है। पटाखों के शोर से बीमार व बुजुर्ग लोगों को तमाम तरह की समस्याएं होती हैं, इसलिए इससे दूरी ही बेहतर है।
-अर¨वद कुमार, चोपन। अब समय आ गया है कि पर्यावरण को बचाने के लिए सख्त कदम उठाएं। हम स्वयं को पटाखों से दूर रखकर नई शुरुआत करेंगे। मेरी सभी से अपील है कि उपहार के रूप में बच्चों को पटाखा नहीं खिलौना व मिठाई दें।
-पीडी जायसवाल, बभनी।