औड़ी-शक्तिनगर फोरलेन मार्ग का जल्द निर्माण
ड्ढे में तब्दील हो रही वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग चुनाव समाप्त होने के बाद निर्माण होने के पूरे आसार बनते दिख रहे हैं। एनजीटी प्रशासन व क्षेत्रीय समाजसेवियों के प्रयास चुनाव बाद सार्थक नजर आने की पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है।
जासं, अनपरा (सोनभद्र) : गड्ढे में तब्दील हो रहे वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग का चुनाव समाप्त होने के बाद निर्माण कार्य शुरू होने के पूरे आसार बनते दिख रहे हैं। एनजीटी प्रशासन व क्षेत्रीय समाजसेवियों के प्रयास से चुनाव बाद सार्थक परिणाम आने की पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है। वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग के फोरलेन निर्माण का कार्य औड़ी के चैनेज 166.13 किमी से 184.417 किमी के मध्य कराने के लिए गतवर्ष 25 जून को टेक्नीकल बिड और सात जुलाई को प्राइज बिड खोली गई थी। कार्यदायी संस्था गावर कंस्ट्रक्शन को कार्य करने की अनुमति दी गई। कार्य शुरू होते ही एनसीएल की पाइप लाइन एवं वन विभाग की जमीन के हस्तानांतरण को लेकर फंसे पेंच से कार्य शुरू नहीं हो सकी। एनजीटी की ओवर साइट कमेटी ने लगातार दुर्घटनाओं व बढ़ते प्रदूषण को लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया। इसके बाद प्रशासन ने काफी तेजी से सभी समस्याओं का निराकरण कराया। जिससे अब फोरलेन सड़क का निर्माण चुनाव आचार संहिता समाप्त होते ही शुरू होने की पूरी उम्मीद है। वन भूमि के हस्तानांतरण का प्रकरण भी वन विभाग को मानक के तहत प्रशासन द्वारा लगभग 10.56 हेक्टेयर भूमि देने के बाद लगभग हल किया जा चुका है। मार्ग ध्वस्त, डगर हुई कठिन
ऊर्जांचल की लाइफ लाइन कहे जाने वाले औड़ी-शक्तिनगर मार्ग की खस्ता हालत से नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाल यह है कि मार्ग पर जगह-जगह निर्मित विशालकाय गड्ढों के कारण मार्ग पर चलना जान जोखिम में डालना साबित हो रहा है। मार्ग के अनुरक्षण की दिशा में कोई पहल न किए जाने से लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
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