कड़ी सुरक्षा के बीच डोलाओं का हुआ विसर्जन
तहसील मुख्यालय के शिवाजी तालाब में रविवार की देर रात डोला जुलूस में शामिल प्रतिमाओं का सकुशल विसर्जन हो गया। रात करीब दस बजे के बाद सब कुछ ठीक ठाक संपन्न होने के बाद आयोजकों के साथ ही प्रशासनिक खेमे ने राहत की सांस ली।
जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : तहसील मुख्यालय के शिवाजी तालाब में रविवार की देर रात डोला जुलूस में शामिल प्रतिमाओं का सकुशल विसर्जन हो गया।रविवार की शाम रामलीला मैदान में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित दही-हांडी प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने वाले कमेटियों को अतिथि के तौर पर विधायक हरिराम चेरो, चेयरमैन राजकुमार अग्रहरि, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रविद्र जायसवाल, जय बजरंग अखाड़ा समिति के अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रहरि की उपस्थिति में सम्मानित करने के पश्चात लोगों को हुजूम सड़क पर निकल पड़ा। तेंदु पत्ता गोदाम से वापस हुए सभी डोला की नगरवासियों द्वारा दर्शन पूजन के बाद जुलूस तहसील परिसर में प्रवेश की। ठीक नौ बजते ही कोतवाली का पिछला गेट खोल दिया गया। इसके बाद डोला में सवार बांके बिहारी की कोतवाल आवास के सामने अपराध निरीक्षक सत्यप्रकाश यादव द्वारा बकायदे पूजन आदि करने के बाद भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया। दस बजे शिवाजी तालाब पर विधि विधान से प्रतिमाओं को विसर्जित करने का क्रम देर रात चलता रहा। सुरक्षा के मद्देनजर अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल अभय नाथ त्रिपाठी, उपजिलाधिकारी सुशील कुमार यादव, सीओ संजय वर्मा, तहसीलदार बृजेश कुमार वर्मा भारी दल-बल के साथ मौजूद रहे।
डोला झांकी निकाल विसर्जित की गई मूर्तियां
जासं, गुरमा (सोनभद्र) : चुर्क-गुरमा नगर पंचायत क्षेत्र के गुरमा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने के पश्चात नवयुवक समिति के तत्वाधान में सोमवार को बाजार में डोला झांकी निकाली गई। कृष्ण-राधा, बलराम व भगवान शंकर का स्वरूप धरे बच्चे आकर्षण का केन्द्र लग रहे । डोला झांकी गुरमा-नगर पंचायत से होते जिला कारागार, पुलिस चौकी, मारकुण्डी मीना बाजार होते हुए घाघर नदी में में पहुंचकर कृष्ण की मूर्ति का विधि-विधान के साथ विसर्जन किया गया। मीना बाजार चौक पर दही हांडी प्रतियोगिता हुई। जिसमें युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। सुरक्षा के मद्देनजर चौकी प्रभारी जयशंकर राय पुलिस बल के साथ मुस्तैदी से डटे रहे। इस मौके पर अभिषेक सिंह, अमित कुमार सिंह, राहुल मिश्रा, रैन सिंह आदि मौजूद थे।