दशहरा पर्व के बाद मेला मैदानों में फैला रहा कूड़ा
सत्ता हासिल करते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण भारत में इन दिनों वृहद स्तर पर स्वच्छता अभियान संचालित किया जा रहा है। साढ़े चार वर्षों में स्वच्छता के प्रति लोगों की धारणा में क्या बदलाव हुए। इसकी बानगी देखने के लिए दशहरा मेले के बाद जनपद
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण भारत में सफाई अभियान चलाया गया। जो अभी भी निरंतर जारी है लेकिन प्रमुख आयोजनों व पर्वों के बाद स्थिति उलट जाती है। जहां पर भी मेला आदि का आयोजन किया जाता है उसकी साफ-सफाई का ध्यान कार्यक्रम की समाप्ति के बाद नहीं दिया गया। दो दिन पूर्व बीते दुर्गापूजा व दशहरा के बाद यही हाल देखने को मिल रहा है। कार्यक्रम व मेले के आयोजन स्थलों पर दो दिन बाद भी न तो झाड़ू लगे और कूड़े उठाए गए। इससे हर तरफ दोना-पत्तल बिखरे पड़े हैं।
दशहरा मेले के बाद जनपद के प्रमुख रामलीला मैदानों की जागरण द्वारा रविवार को पड़ताल की गई। इस दौरान पाया गया कि अधिकांश स्थानों पर जहां रामलीला परिसर की सफाई कर कूड़ों को एक स्थान पर एकत्रित कर दिया गया है वहीं कई स्थानों पर कूड़ा बिखरा हुआ है। जिला मुख्यालय के नगर राबर्ट्सगंज रामलीला मैदान परिसर की सफाई कराकर कूड़े को एक स्थान पर एकत्रित किया गया है। संबंधितों ने बताया कि शीघ्र ही इसका निस्तारण किया जाएगा। यही हाल डाला रामलीला मैदान का भी है। बताया गया कि रविवार को परिसर में साप्ताहिक बाजार लगने के कारण कूड़े को नहीं हटाया जा सका है। सोमवार को परिसर से कूड़ा निस्तारित किया जाएगा। इसी तरह घोरावल रामलीला मैदान में रविवार को भी सफाई शुर नहीं की जा सकी थी। ओबरा मेला परिसर में रविवार को सफाई शुरू नहीं कराई जा सकी थी। दुद्धी रामलीला मैदान में चेयरमैन राजकुमार अग्रहरि के नेतृत्व में रविवार की सुबह अभियान संचालित कर मेला परिसर की सफाई की गई। इसके साथ ही कूड़े का निस्तारण किया गया। मेले के आयोजन स्थलों की साफ-सफाई का अभाव ग्रामीण अंचलों में भी दिखी। रामगढ़, नगवां, वैनी, करमा, ¨वढमगंज सहित 47 स्थलों पर आयोजित मेले में अधिकांश स्थानों पर सफाई न होने से स्वच्छता अभियान पर सवालिया निशान लग रहा है। मच्छरों की संख्या में होगी वृद्धि
लोगों का मानना है कि मौसम परिवर्तन के कारण वैसे ही यह समय मच्छरों के प्रसार के लिए अनुकूल है। बरसात के मौसम में जगह-जगह भीषण जलजमाव कोढ़ में खाज का काम कर रहा है। यदि दशहरा मेला के बाद फैले कूड़े का तत्काल निस्तारण नहीं किया गया तो स्थिति और भी भयावह हो जाएगी। लोगों ने रामलीला समिति के साथ संबंधित निकायों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल मेला स्थल पर बिखरे कूड़ों को हटाए जाने की मांग की है।