पुल निर्माण के लिए इंटक का प्रदर्शन
आजादी के बाद से अब तक विकास की राह देख रहे मारकुंडी घाटी के नीचे रेणुका नदी पार के आदिवासियों ने राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के बैनर तले शनिवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर समस्याओं का समाधान कराने की मांग की। कहा कि अब आंदोलन का ऐलान हो गया है। चरणबद्ध तरीके से आंदोलन होगा।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : आजादी के बाद से अब तक विकास की राह देख रहे मारकुंडी घाटी के नीचे रेणुका नदी पार के आदिवासियों ने राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के बैनर तले शनिवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर समस्याओं का समाधान कराने की मांग की। कहा कि अब आंदोलन का ऐलान हो गया है। चरणबद्ध तरीके से आंदोलन होगा। 28 फरवरी को भूख हड़ताल करेंगे।
इंटक के जिलाध्यक्ष हरदेव नारायण तिवारी के नेतृत्व में पहुंचे आदिवासियों ने कहा कि दस नवंबर 2016 को ओबरा के पास चकाड़ी गांव में शासन द्वारा स्वीकृत पुल का निर्माण कार्य अभी तक प्रारंभ न किए जाने, कनहरा ग्राम पंचायत ननहरी घाट पर बिजुल नदी पर पुल का निर्माण किए जाने, मेड़रदह ब्लाक म्योरपुर में 302 लाख रुपये की लागत से तीन वर्ष से बनकर तैयार पं. दीनदयाल उपाध्याय माडल इंटरमीडिएट कालेज में पठन-पाठन कार्य प्रारंभ न किए जाने से आदिवासियों के हजारों बच्चे पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं।
ग्राम पंचायत पनारी के गांव खाड़र में ग्राम पंचायत बेहलत्थी, ग्राम पंचायत जुगैल, ग्राम पंचायत बिल्ली मारकुंडी के बाड़ी गांव में इंटर कालेज खोले जाने, परसोई में डिग्री कालेज व आइटीआइ कालेज खोले जाने, जब तक विद्यालय खुल नहीं जाते तब तक उक्त क्षेत्र के बच्चों को ओबरा, डाला, अनपरा पढ़ने के लिए निश्शुल्क बस की व्यवस्था किए जाने, ग्राम पंचायत परसोई में 100 बेड का चिकित्सालय खोले जाने, ग्राम पंचायत बेलहथी के 12 गांवों में पक्की सड़़क बनवाने सहित अन्य मांगों पूरा करने की मांग उठायी।
प्रदर्शन करने वालों में उपाध्यक्ष बृजेश तिवारी, शमीम अख्तर खां, हरिशंकर गोंड़, मनोज गोंड़, बाबूनाथ प्रजापति, कृष्णानंद दुबे, दुधनाथ खरवार, अकमाली देवी, शीतला प्रसाद मिश्र, निगम मिश्र, रामदुलारे गोंड़, सूर्यनारायण सिंह आदि मौजूद थे।