विकास का खाका खींचने वाले जिपं में दिखी अव्यवस्था
शासन की तरफ से अधिकारियों व कर्मचारियों पर लगाम लगाने की भले ही लाख कोशिश की जाए लेकिन वह अपने हिसाब से ही काम करते हैं। जिले के विकास का खाका खींचने वाला जिला पंचायत विभाग खुद बीमार है। साहब की परीक्षा में ड्यूटी लगने से कई कर्मचारियों व अधिकारियों की कुर्सी खाली रही। वहीं खिड़की व दीवारों पर पान की पिक सफाई की पोल खोल रही थी। मंगलवार को ऐसा ही कुछ नजारा जिला पंचायत में सुबह 11 बजे देखने को मिला। दैनिक जागरण की टीम जब जिपं कार्यालय में पहुंची तो कई कर्मचारी अपने-अपने फाइलों को पलटते हुए देखे गए।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : शासन की तरफ से अधिकारियों व कर्मचारियों पर लगाम लगाने की भले ही लाख कोशिश की जाए लेकिन, वह अपने हिसाब से ही काम करते हैं। जिले के विकास का खाका खींचने वाला जिला पंचायत विभाग खुद बीमार है।
मंगलवार को ऐसा ही कुछ नजारा जिला पंचायत में सुबह 11 बजे देखने को मिला। दैनिक जागरण की टीम जब जिपं कार्यालय में पहुंची तो कई कर्मचारी अपने-अपने फाइलों को पलटते हुए देखे गए। बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी लगने के चलते अपर मुख्य अधिकारी संतोष कुमार त्रिपाठी की कुर्सी खाली रही। इसके अलावा निर्माण शाखा के बंशी बाबू, लेखाकार अजय शंकर शर्मा, वित्त अधिकारी अमरनाथ राय की कुर्सी टीम के जाने पर खाली रही। जानकारी के बाद पता चला कि यह लोग छुट्टी पर हैं लेकिन, रजिस्टर पर अवकाश की कोई जानकारी नहीं थी। एक ही साथ आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों व अधिकारियों के अवकाश पर रहने से कार्य प्रभावित देखा गया। जिला पंचायत में मेन गेट से अंदर घुसते ही निर्माण शाखा के लिए जाने वाली सीढ़ी के बगल में ही खिड़की पर पान की पिक से खिड़की पूरी तरह से लाल थी। कूड़े को रखने के लिए कहीं भी डस्टबिन नहीं रखा गया था। कार्यालय में काम करने वाले कुल 33 कर्मचारी हैं। वर्जन
तीन कर्मचारी अवकाश पर हैं। मैं बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी में लगा हूं। बाकी जो भी समस्याएं हैं उसे शीघ्र ही दूर किया जाएगा।
- संतोष कुमार त्रिपाठी, अपर मुख्य अधिकारी