सीबीआइ की सख्ती से सोनांचल में भी चर्चाएं तेज
हमीरपुर में खनन घोटाले की जांच के बाद सीबीआइ ने खनन पट्टों के आवंटन में हुई गड़बड़ी की भी जांच तेज कर दी है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : हमीरपुर में खनन घोटाले की जांच के बाद सीबीआइ ने खनन पट्टों के आवंटन में हुई गड़बड़ी की भी जांच तेज कर दी है। जांच में जहां देवरिया व फतेहपुर जिले में नियमों की धज्जियां उड़ाकर किए गए पट्टा आवंटन के मामले में दो पर एफआइआर दर्ज करते हुए आरोपियों के यहां छापेमारी की वहीं बुलंदशहर के जिलाधिकारी के यहां भी छापेमारी करके नकद समेत अन्य दस्तावेज भी जब्त किया है। ऐसे में सीबीआइ की सख्ती को लेकर सोनांचल में सपा सरकार के दौरान हुए खनन पट्टों के आवंटन, अवैध-वैध खनन के साथ ही तैनात रहे अधिकारियों की स्थिति पर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
लोगों का कहना है कि सपा सरकार के दौरान खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद से जुड़े रहे पट्टाधारक व पट्टे जनपद में भी रहे। यहां धड़ल्ले से वैध व अवैध खनन हो रहा था। इसकी तमाम शिकायतें भी उठ रही थीं लेकिन उस दौरान तैनात रहे अधिकारियों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। स्थिति यह रही कि खनन में न तो नियम चल रहा था न कायदा। अब जब सीबीआइ ने खनन के मामले की जांच करते हुए अधिकारियों को गिरफ्त में लेना शुरू किया है तो सोनांचल में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों का कहना है कि गायत्री प्रसाद से जुड़े कुछ पट्टाधारक उस दौर में सोनांचल में भी थे। वहीं तैनात रहे खनन विभाग के साथ ही राजस्व विभाग के अधिकारियों ने भी जमकर मनमानी की थी। अगर ऐसे लोगों की जांच सीबीआइ करती है तो फतेहपुर, देवरिया व हमीरपुर से बड़ा मामला सामने आएगा। सूत्रों का कहना है कि इसे लेकर शासनस्तर पर सरगर्मी तेज है। कहा जा रहा है कि सोनभद्र में उस दौर में तैनात रहे कुछ अधिकारी भी सीबीआइ के निशाने पर हैं। इसके साथ ही खनन से जुड़े कुछ जिले के कारोबारी भी संदेह के दायरे में हैं।