मानस कथा के श्रवण से धन्य हुए भक्त
सोनभद्र चतरा ब्लाक के जलखोरी में चल रहे नौ दिवसीय रामकथा के आठवें दिन शुक्रवार को कथा वाचक ने भगवान राम व भक्त हनुमान के मिलन के प्रसंग को सुनाया। संगीतमयी प्रबचन के दौरान बीच-बीच में श्रद्धालु जय श्री राम का जयकारा लगाया। उधर यज्ञ मंडप की परिक्रमा के लिए भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : चतरा ब्लाक के जलखोरी में चल रहे नौ दिवसीय रामकथा के आठवें दिन शुक्रवार को कथावाचक ने भगवान राम व भक्त हनुमान के मिलन के प्रसंग को सुनाया। संगीतमयी प्रवचन के दौरान बीच-बीच में श्रद्धालु जय श्रीराम का जयकारा लगाते रहे। उधर, यज्ञ मंडप की परिक्रमा के लिए भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
मानस पाठ कहते हुए कथा वाचक ऋचा शुक्ला ने कहा के हनुमानजी भगवान राम से मिलने के लिए विप्र का रूप लेकर गए थे। रामजी के पास गए तो उनका भी धर्म बनता है कि वह ब्राह्मण को सिर झुकाएं और प्रणाम करें। उन्होंने वैसा ही किया। राजा सु्ग्रीव से मिलने के लिए चले प्रभु राम और लक्ष्मण को गंतव्य तक हनुमान हीं पहुंचाए। मिलन के दौरान राम और हनुमान के बीच लंबा संवाद चला। इस दौरान भक्त हनुमान मन ही मन प्रभु श्रीराम की पहचान कर रहे थे। और भगवान श्रीराम भक्त हनुमान के प्रेम में बंधे जा रहे थे। बताया कि भगवान की भक्ति कभी जाया नहीं होती। भगवान अपने भक्तों की हर स्थिति में सहायता करते हैं। इस प्रसंग को विस्तार से बताया।
उधर, यज्ञ मंडप की परिक्रमण करने के लिए ग्रामीण इलाके से महिलाओं की सर्वाधिक भीड़ जुटी। सभी ने मंडप में पहुंचकर मत्था टेका और सुख-समृद्धि की कामना की।