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जर्जर सड़क से विकास कार्य हुआ प्रभावित

रिहंद डैम की तलहटी में बसे म्योरपुर ब्लाक के झीलों और खमरिया ग्राम पंचायतों में आवागमन हेतु सड़कों का अभाव होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 06:39 PM (IST)Updated: Mon, 18 Nov 2019 09:44 PM (IST)
जर्जर सड़क से विकास कार्य हुआ प्रभावित
जर्जर सड़क से विकास कार्य हुआ प्रभावित

जासं, बीजपुर (सोनभद्र) : रिहंद डैम की तलहटी में बसे म्योरपुर ब्लाक के झीलों और खमरिया ग्राम पंचायतों में आवागमन हेतु सड़कों का अभाव होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ले इसे लेकर विरोध जताया। कहा दोनों ग्राम पंचायतों के छह सरकारी विद्यालयों के अध्यापकों एवं बच्चों को जर्जर सड़क से नाले को पार कर विद्यालय आते हैं। परेशानी का सबब बने छह किलोमीटर की सड़क को पक्का कराए जाने की मांग ग्रामीणों द्वारा कई बार किया जा चुका है लेकिन, कोई अमल नही होने से ग्रामीणों में व्यापक रोष व्याप्त है।

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ग्राम पंचायत में पहुंचे जागरण प्रतिनिधि को ग्रामीणों द्वारा जर्जर सड़क से हो रही परेशानियों को अवगत कराया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि खमरिया शंकर दयाल विश्वकर्मा और झीलों ग्राम प्रधान बृजमोहन ने कहा कि सेवका मोड़ से बंका तक गत माह पूर्व अधूरी सड़क संविदाकार द्वारा बना कर छोड़ दिया गया है। संविदाकार का कहना था कि जितनी दूरी की सड़क बनाना था उतना बना दिया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि बंका मोड़ से लेकर झीलों तक एक दशक पहले पक्की सड़क हुआ करती थी। लेकिन वह टूट कर पूरी तरह से उखड़ चुकी है। झीलों से पूर्व माध्यमिक विद्यालय खमरिया तक सड़क का निर्माण कार्य ग्राम पंचायत के कोटे से कराया गया था। लेकिन यह सड़क पूरी तरह से उखड़ कर गड्ढे और गिट्टियों के ढेर में तब्दील हो गया है। जिस पर आए दिन हो रही दुर्घटनाओं में लोग घायल हो रहे हैं। वाहनों के टायर वहां अक्सर पंक्चर होते रहते हैं। दोनों ग्राम पंचायत में लगभग ढाई हजार आबादी वाला यह क्षेत्र इन दिनों सड़क को लेकर काफी परेशान है। इनमें ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों एवं शिक्षकों को उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि गांव का कोई व्यक्ति बीमार पड़ जात है तो खराब सड़क के कारण समय पर चिकित्सालय तक नही पहुंच पाता है। जर्जर सड़क के कारण ग्राम पंचायतों में कभी भी जिले के अधिकारी नही आते हैं। यहां कोई जन चौपाल भी नही लगता है। सड़क के अभाव में यहां का विकास कार्य रुका हुआ है। सड़क निर्माण को लेकर ग्रामवासी संबंधित जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाते आ रहे हैं लेकिन, उनकी सुधि लेने वाला कोई नही है।


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