सकारात्मक रूप से तय करें अपनी भूमिका
तमाम वेदों में भगवान् की क्या लीलाएं वर्णित है इससे ज्यादा मायने इस बात के हैं कि आप क्या लीलाएं कर रहे हैं।आप समाज में किस तरह की भूमिका निभा रहे हैंआप धर्म में बतायी गयी मर्यादाओं का कितना पालन कर रहे हैं यह ज्यादा महत्वपूर्ण है।उक्त उद्गार माँ शारदा शक्तिपीठ मैहर के प्रधान पुजारी देवी प्रसाद
जासं, ओबरा (सोनभद्र) : तमाम वेदों में भगवान की क्या लीलाएं वर्णित हैं इससे ज्यादा मायने यह रखता है कि आप क्या लीलाएं कर रहे हैं। आप समाज में किस तरह की भूमिका निभा रहे हैं,आप धर्म में बतायी गयी मर्यादाओं का कितना पालन कर रहे हैं यह ज्यादा महत्वपूर्ण है।उक्त उद्गार मां शारदा शक्तिपीठ मैहर के प्रधान पुजारी देवी प्रसाद महाराज ने बीती रात माँ शारदा मंदिर के समक्ष आयोजित भजन संध्या एवं प्रवचन कार्यक्रम में व्यक्त किये।
कहा कि जब आपको परमात्मा का नाम लेने की फुर्सत नही है तो परमात्मा को आपके किसी काम को कराने की फुर्सत क्यों होगी। हजारों श्रद्धालुओं के बीच पहुंचे महाराज ने कहा कि यही समाज है यहां आप सभी को जो शांति मिल रही है वह घर में नही मिलेगी, इसलिए समाज और देश की प्रगति में अपनी भूमिका सकारात्मक रूप से तय करें। भजन संध्या के दौरान कई भक्त भजनों के उत्साह में थिरकते भी दिखे। घंटों तक चले भजनों की श्रृंखला के दौरान महराज ने जीवन के कई सार बताये। महराज सहित अन्य भक्तों द्वारा दर्जनों भजन प्रस्तुत किये गए। इस दौरान महराज के भजनों से श्रद्धालु भाव-विभोर दिखे। इसमें अजय वैश्य, बद्री नारायण यादव, वीरेंद्र सिंह बैरागी, राम फेर यादव, लक्ष्मी नारायण अग्रहरि, प्रदीप अग्रहरि, रामवृक्ष यादव, जेपी केशरी, तारकेश्वर केशरी, राजेश केशरी, राम नरेश मिश्रा, उमाशंकर पांडेय, नथुनी सिंह, विजय कुमार आदि थे।