2678 विस्थापित परिवारों में बांटा गया 147 करोड़ रुपये
कनहर ¨सचाई परियोजना के डूब क्षेत्र में सूचीबद्ध हुए लोगों में से 267
जासं दुद्धी (सोनभद्र) : कनहर ¨सचाई परियोजना के डूब क्षेत्र में सूचीबद्ध हुए लोगों में से 2678 परिवार तय विस्थापन राशि के रूप में 147.17 करोड़ रुपये का भुगतान लेने के बाद भी अभी जमे हुए हैं। शेष 1341 परिवारों को पैकेज की धनराशि देने की प्रक्रिया चल रही है। पैकेज की धनराशि आवासीय भूखंड लेने के बावजूद डूब क्षेत्र को खाली करने के प्रति कोई दिलचस्पी न होने से ¨सचाई महकमे की बेचैनी बढ़ती जा रही है। इससे आने वाले दिनों में परियोजना निर्माण में बाधा उत्पन्न होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
कनहर परियोजना से उत्तर प्रदेश के डूब क्षेत्र में आने वाले ग्यारह गांव के अस्सी की दशक में मुआवजा ले चुके मूल विस्थापित 1048 थे ¨कतु मुख्य बांध का कार्य अधर में लटकने के कारण उस वक्त उन्हें डूब क्षेत्र से हटाया नहीं जा सका था उनकी आबादी बढ़ती गई। परियोजना के मुख्य बांध के निर्माण कार्य शुरू होने के पूर्व 2014 में प्रशासनिक अधिकारियों एवं विस्थापितों के बीच हुए समझौते के तहत मूल विस्थापित के तीन पीढि़यों के प्रति परिवार को सात लाख ग्यारह हजार रुपये के साथ विकसित आवासीय भूखंड देने पर सहमति बनी। रैपिड सर्वे के जरिए मूल विस्थापित परिवारों के आबाद परिवारों को चिह्नित किया गया। प्रथम एवं द्वितीय चक्र में तीन पीढ़ी के मिले 3719 लोगों का नाम दर्ज किया गया। विस्थापित एवं ¨सचाई महकमा के बीच तालमेल बैठाने के लिए शासन ने परियोजना के लिए जिलाधिकारी को बतौर प्रशासक के रूप में नियुक्त कर डूब क्षेत्र में आबाद सूचीबद्ध विस्थापितों को तय सुविधा एवं लाभ देने की प्रक्रिया में अब तक 2678 परिवारों को लाभ देते हुए एक अरब 47 करोड़ 17 लाख 58 हजार रुपये का वितरण किया जा चूका है। इसमें पहले एवं दूसरे पीढ़ी के लगभग सभी दावों का निस्तारण किया जा चूका है जो शेष है, उसकी भी गठित संयुक्त टीम द्वारा जांच पड़ताल कर शीघ्र उनके खाते में सीधे ¨सचाई महकमे द्वारा रकम भेजने की प्रक्रिया चल रही है।