ढाई हजार टन यूरिया का वितरण, फिर भी किल्लत
जागरण संवाददाता दुद्धी (सोनभद्र) सहकारिता एवं कृषि विभाग की तरफ से करीब ढाई हजार टन
जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : सहकारिता एवं कृषि विभाग की तरफ से करीब ढाई हजार टन यूरिया वितरण के बाद भी मारामारी की स्थिति बनी है। जबकि क्षेत्र में पहली खेप आने के बाद से शुरू हुआ हंगामा अब भी जारी है। घंटों लाइन में धक्कामुक्की कर किसी तरह एक बोरी खाद मिल पा रही है। इसे लेकर किसानों में गुस्सा है।
वर्षा आधारित दुद्धी तहसील क्षेत्र में सिचाई के पर्याप्त इंतजाम न होने से इस क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में दलहन एवं तिलहन की खेती ही हुआ करती थी। गत करीब दो दशक से सब्जी के साथ ही लोगों का झुकाव अन्य फसलों की ओर हुआ है। खेत में फसल लहलहाने लगी तो लोगों को खाद की समस्या सताने लगी। खाद बीज के दूकानदार वीरेंद्र कुमार बताते हैं कि अबकी लॉकडाउन की वजह से प्राइवेट दुकानों पर खाद की खेप पहुंच नहीं पाई। जिसकी वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई है। वहीं दूसरी ओर सरकारी आंकड़ा कुछ और तस्वीर दिखा रहा है।
सहायक विकास अधिकारी ने बताया कि गत वर्ष कुल सोलह सौ टन खाद का वितरण हुआ था, जबकि इस बार अकेले सहकारिता विभाग से करीब 25 सौ टन खाद का वितरण किया जा चुका है। बावजूद किल्लत बरकरार है।
जरूरत से कम मिल रही खाद
किसान रामवृक्ष, पवन कुमार, रमेश, कन्हैया आदि का कहना है कि हमें आवश्यकता पांच बोरी की है तो मिल रही है मात्र एक बोरी। ऐसे में परिवार के पांच सदस्य हैं, तो सभी को लाइन में लगाना पड़ता है। उसमें से किसी एक या दो सदस्य को ही खाद मिल पा रही है।