तीन माह में 200 परिषदीय विद्यालयों का होगा कायाकल्प
नीति आयोग के तहत चयनित आकांक्षी जनपद सोनभद्र में शिक्षा के क्षेत्र में आमुलचूल परिवर्तन की आहट सुनाई देने लगी है। सोन स्कूल कायाकल्प योजना के प्रथम चरण में जनपद के 200 परिषदीय विद्यालयों के आंतरिक व वाह्य परिवेश में व्यापक बदलाव किया जा रहा है। तीन माह में इन विद्यालयों का कायाकल्प हो जायेगा। चौदहवें वित्त आयोग के तहत कराये जा रहे कायाकल्प कार्य में नीति आयोग के आठ संकेतकों (इंडिकेटर) को ध्यान में रखते हुए हो रहा है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : नीति आयोग के तहत चयनित आकांक्षी जनपद सोनभद्र में शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन की आहट सुनाई देने लगी है। सोन स्कूल कायाकल्प योजना के प्रथम चरण में जनपद के 200 परिषदीय विद्यालयों के आंतरिक व वाह्य परिवेश में व्यापक बदलाव किया जा रहा है। तीन माह में इन विद्यालयों का कायाकल्प हो जायेगा। चौदहवें वित्त आयोग के तहत कराये जा रहे कायाकल्प कार्य में नीति आयोग के आठ संकेतकों (इंडिकेटर) को ध्यान में रखते हुए हो रहा है। इस कार्य में समस्त प्रशासनिक एवं शिक्षा विभाग के कर्मचारियों सहित नीति आयोग के सहयोगी पिरामल फाउंडेशन समूह के लोग मिलकर इस कार्य को पूर्ण करने के लिए संकल्पित हैं।
गतदिवस सोनभद्र दौरे पर आये सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा पटवध व बहुअरा गांवों में विद्यालयों का शुभारंभ भी किया जा चुका है। इसके साथ ही आवासीय स्कूल कायाकल्प योजना के तहत सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयों तथा आश्रम पद्धति विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं का विकास खनिज निधि से किया जा रहा है। विभिन्न ब्लाकों में स्थित विद्यालयों के कायाकल्प की दिशा में चल रहे कार्य को देखते हुए जल्द ही योजना के मूर्त रूप धारण करने के आसार जताये जा रहे हैं। क्या-क्या कराए जाएंगे कार्य
- 120 विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल के लिए हैंडपंप की व्यवस्था करेगा।
- बाला (बि¨ल्डग ए•ा लर्निंग एड) की तर्ज पर भवनों का होगा निर्माण।
- सभी विद्यालयों का विद्युतीकरण कराया जाएगा। जिनके बिल का भुगतान ग्राम पंचायतें निर्वहन करेंगी।
- शिव नाडर फाउंडेशन द्वारा 200 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास तैयार किया जायेगा।
- विद्यालयों में शौचालायों के निर्माण में यूनिसे़फ द्वारा तकनीकी सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
- शिक्षकों को भी किया जाएगा प्रशिक्षित।