दुद्धी को सूखाग्रस्त घोषित कर किसानों को मिले मुआवजा
जासं, सोनभद्र : पूरे दुद्धी तहसील में सूखे के कारण स्थिति विषम है। किसानों की खरीफ की फसल प
जासं, सोनभद्र : पूरे दुद्धी तहसील में सूखे के कारण स्थिति विषम है। किसानों की खरीफ की फसल पूरी तौर पर बर्बाद हो चुकी है और पानी के अभाव में रबी की फसल भी बर्बाद हो रही है। गांवों में मनरेगा में काम नहीं मिल रहा है। रोजगार के अभाव में ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हैं इसलिए सरकार को तत्काल दुद्धी तहसील क्षेत्र को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर किसानों को मुआवजा देना चाहिए। यह मांग शुक्रवार को जय किसान आंदोलन से जुड़ी मजदूर किसान मंच की बैठक में उठी। मंच की बैठक डडियरा, रासपहरी, मुरता व महुअरिया गांवों में हुई। जहां स्वराज अभियान की राज्य कार्यसमिति सदस्य दिनकर कपूर ने कहा कि उत्तर प्रदेश का यह इलाका सरकार की उपेक्षा का शिकार है। इतने बड़े अकाल के हालात के बाद भी यहां के जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी जनता के जीवन को बचाने और पलायन को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इस संबंध में शीघ्र ही मुख्यमंत्री को पत्रक भेजकर अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि वनाधिकार कानून को लागू करने पर आए हाईकोर्ट के आदेश का सरकार को सम्मान करते हुए जंगल की जमीन पर पुश्तैनी कब्जे वालों को अधिकार देना चाहिए।
मुरता के प्रधान और मजदूर किसान मंच के नेता चंद्रदेव गोड़ ने कहा कि आदिवासी समाज के साथ किए गए अन्याय को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोल समेत गोंड़, खरवार जैसी आदिवासी जातियों को पूरे प्रदेश में आदिवासी के दर्जे और आदिवासी समाज के लिए लोकसभा सीट आरक्षित करने के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है। इस मौके पर राजेंद्र प्रसाद गोंड़, कृपाशंकर पनिका, उजागिर ¨सह गोड़, रमेश ¨सह खरवार, लक्ष्मण यादव, देव कुमार विश्वकर्मा, बलबीर ¨सह गोड़, इंद्रदेव खरवार आदि रहे।