कोल खदानों में डंप पड़े कोयले में लगी आग
चित्र-2-जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) एनसीएल के कोल खदानों में डंप किए गये कोयले में आग
चित्र-2-जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : एनसीएल के कोल खदानों में डंप किए गये कोयले में आग लगने से प्रबंधन सकते में है। लॉकडाउन के बाद से तमाम छोटे उद्योग बंद होने एवं विद्युत गृहों से कम विद्युत उत्पादित होने के कारण कोयले की मांग में कमी आ गई थी। कोल परियोजनाओं द्वारा निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक उत्पादन व उत्पादकता का कार्य जारी रहा, जिससे परियोजनाओं में कोयले का ढेर लगा हुआ है। कोयले की मांग कम होने से खदानों के कोलयार्ड में कोयला डंप पड़ा हुआ है। कोयला में कार्बन मोनोआक्साइड गैस होती है, जिससे कोयले के ढेर में कुछ दिनों बाद स्वत: आग लग जाती है। रिमझिम बारिश व आक्सीजन से कोयले के ढेर में लगी आग फैलती जाती है। परियोजना द्वारा आग बुझाने के लिए फायर विभाग के सहयोग से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग के मुताबिक आग पर पूर्णतया काबू तभी पाया जा सकता है जब कोयले को वहां से कहीं दूसरी जगह भेजा जाए। कोरोना काल का असर कोल व तापीय परियोजनाओं पर दिख रहा है। एनसीएल प्रबंधन का कहना है कि समझौते के तहत बिजली घरों को मांग के अनुरूप पूर्णतया कोयला उपलब्ध कराया जा रहा है। कोयले को लेकर किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।