जलजमाव से कमजोर हो रहा रेलवे का पुल
अनपरा बाजार को वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़क पर एक रेलवे का पुल है। जिसपर बरसात के दिनों की तो बात अलग है समान्य दिनों में भी पानी जमा रहता है। जिससे पुल कमजोर होता जा रहा है। लेकिन अधिकारियों का इस ओर जरा भी ध्यान नहीं है। दरअसल पुल के दोनों तरफ
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : अनपरा बाजार को वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़क पर बना रेलवे का पुल कमजोर हो रहा है। जिस पर बरसात के दिनों की तो बात अलग सामान्य दिनों में भी पानी जमा रहता है। जिससे पुल कमजोर होता जा रहा है फिर भी अधिकारियों का इस ओर जरा भी ध्यान नहीं है। दरअसल पुल के दोनों तरफ की सड़कें तो कई बार बनीं लेकिन पुल को ऊंचा नहीं किया जा सका। जिस कारण इस पर पानी जमा हो जाता है। आने वाले दिनों में पुल और कमजोर ही होगा, जिससे रेलवे के साथ-साथ सामान्य आवागमन पर भी खतरा मंडरा रहा है।
दरअसल इस पुल का सामाजिक के साथ आर्थिक महत्व भी है। पुल के नीचे से रेलवे की लाइन गुजरती है, जो अनपरा की तापीय परियोजनाओं को कोयला मुहैया कराती है। कोयला खदानों से परियोजनाओं को कोयला पहुंचाने के लिए रेलवे ने यह पुल बनवाया था, लेकिन देखरेख के अभाव में इस पुल की स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है। स्थानीय निवासियों ने कई बार इस पुल को परियोजना प्रबंधन से ठीक करवाने की मांग की, लेकिन परियोजना प्रबंधन रेलवे का पुल होने की दलील देकर अपना हाथ खींच लेता है और रेलवे का कोई जिम्मेदार अधिकारी ऊर्जांचल में बैठता नहीं है, जिस कारण इस पुल की हालत खराब होती जा रही है। इसके अलावा पुल के दोनों तरफ दोनों पटरियों पर कूड़े और गंदगी का अंबार है। जिसकी कभी सफाई भी नहीं होती है। जिससे इस पुल से लोगों का गुजरना भी मुश्किल होता जा रहा है, लेकिन कोई विकल्प न होने के कारण लोग इस गंदगी के बीच से गुजरने को मजबूर हैं। रेलवे की इस घोर लापरवाही से लोगों में भारी आक्रोश है।