सरकार की नीतियों के विरुद्ध बीएमएस ने उठाई आवाज
नाओं में पीएसयू बचाओ व सीआईएल में सौ प्रतिशत एफडीआई के विरोध में बुधवार को बीना ककरी निगाही अमलोरी जयंत झिगुरदह कोल परियोजनाओं में नारेबाजी गेटमीटिग व पिटमीटिग करते हुए सरकार की उद्योग व श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। एनसीएल प्रभारी मुन्नीलाल एवं महामंत्री अरुण दुबे ने कहा कि कोल श्रमिकों पर कुठाराघात जारी है। सभी श्रमिकों को मतभेद भुलाकर इस आंदोलन से जुड़ना चाहिए। दुधीचुआ परियोजना में
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र): भारतीय मजदूर संघ द्वारा एनसीएल की कोल परियोजनाओं में पीएसयू बचाओ व सीआइएल में सौ प्रतिशत एफडीआइ के विरोध में बुधवार को आवाज बुलंद की। इस दौरान बीना, ककरी, निगाही, अमलोरी, जयंत सहित झिगुरदह कोल परियोजनाओं में नारेबाजी, गेट मीटिग व पिटमीटिग करते हुए सरकार की उद्योग व श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की।
एनसीएल प्रभारी मुन्नीलाल व महामंत्री अरुण दुबे ने कहा कि कोल श्रमिकों पर कुठाराघात जारी है। दुधीचुआ परियोजना में प्रबंधन द्वारा ओटी एवं संडे की कटौती करने का फरमान जारी कर मजदूर विरोधी मंशा उजागर कर दिया है। सरकार व प्रबंधन द्वारा विनिवेश व निजीकरण के साथ ही खनन में सौ प्रतिशत एफडीआइ का कानून लाकर श्रमिकों के नौकरी पर सीधा प्रहार किया है। स्वच्छ छवि के कर्मियों को दरकिनार कर दागी कर्मियों को संवेदनशील जगह पोस्टिग कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। मध्य प्रदेश स्थित कोल खदानों में श्रमिकों को संबोधित करते हुए वाईएन सिंह एवं मुन्नीलाल यादव, महामंत्री पीके सिंह ने कहा कि भारतीय कोयला खदान श्रमिक संघ पुरजोर विरोध करती है। उन्होंने कहा कि आठ सूत्रीय मांगें, जिनमें विनिवेश को रोकने एवं एफडीआइ को अविलंब वापस लेने समेत सीआइएल में रिटायर कर्मचारियों को एक जनवरी 2017 से ग्रेच्युटी के रूप में 20 लाख रुपये प्रदान करने की मांग की । बीना में गेट मीटिग का संचालन प्रेमलाल पटेल और अध्यक्षता मनोज सिंह ने किया। इस अवसर पर सतेंद्र सिंह, अनुराग मिश्रा, प्रकाश पटेल, गोकरण यादव, आरपी गुप्ता, एलबी सिंह, केशव पांडेय समेत सैकड़ों कोल कर्मी उपस्थित थे।