क्षय रोग की रोकथाम के लिए निकाली जागरूकता रैली
टीबी रोग से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान का शुभारंभ सोमवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय परिसर में की गई। इस दौरान रैली निकालकर आम जन को इसके लक्षण और उपचार के बारे में बताया गया। रैली को मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : टीबी रोग से बचाव के लिए जनजागरूकता अभियान का शुभारंभ सोमवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय परिसर से किया गया। इस दौरान रैली निकालकर आमजन को इसके लक्षण और उपचार के बारे में बताया गया। रैली को मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
साईं व कीर्ति पाली हास्पिटल के नर्सिंग कालेज की छात्राओं तथा स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मियों ने रैली निकाली। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. बीके अग्रवाल ने कहा कि विश्व टीबी दिवस 24 मार्च को ही मनाया जाता है। जो संयुक्त निदेशक (क्षय)/राज्य क्षय नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी द्वारा प्राप्त दिशानिर्देश के क्रम में एक सप्ताह तक चलता है। इसी के तहत सोमवार को रैली निकाली गई। इसके साथ ही जिले में टीबी की जांच के लिए मशीन की उपलब्धता, डेली रेजीमेन पद्धति तथा सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान के विषय में विस्तारपूर्वक बताया। यह भी बताया कि जनपद सोनभद्र में डीआरटीबी सेंटर की स्थापना जिला संयुक्त चिकित्सालय में की गई। इसमें गंभीर टीबी के रोगी को भर्ती तथा इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। सीएमओ डा. एसपी सिंह ने जन जागरूकता के संदर्भ में विस्तार से बताया तथा मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं तथा उन्हें खान-पान के लिए पांच सौ रुपये प्रतिमाह इलाज तक मिलने की बात कही। टीबी के लक्षण
जिला क्षय रोग अधिकारी के मुताबिक किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रही हो, शाम से बुखार चढ़ता हो, सीने में दर्द, खांसी के साथ खून आना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं। यदि इसका समय पर लगातार इलाज न कराया गया तो यह बीमारी शरीर के अन्य अंगों में भी फैल जाती है। अत: हम सबको यह प्रण करना है कि नई ताकत, नई सोच व समर्पण की भावना से कार्य कर टीबी से होने वाली मौत को रोकेंगे।