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कभी भी गिर सकता है जर्जर जच्चा-बच्चा केंद्र

सांगोबांध (सोनभद्र) म्योरपुर ब्लाक की ग्राम पंचायत सांगोबांध बाजार में स्थित जर्जर हो चुका जच्चा-

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 05:07 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 05:07 PM (IST)
कभी भी गिर सकता है जर्जर जच्चा-बच्चा केंद्र
कभी भी गिर सकता है जर्जर जच्चा-बच्चा केंद्र

सांगोबांध (सोनभद्र) : म्योरपुर ब्लाक की ग्राम पंचायत सांगोबांध बाजार में स्थित जर्जर हो चुका जच्चा-बच्चा केंद्र कभी भी गिर सकता है। 25 वर्ष पूर्व बने इस केंद्र व जमीन पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने की कोशिश भी की जा रही है। ग्रामीण वीरेंद्र, विश्वनाथ, अशोक, रामजन्म, रामनरायन, देवमुनि, सत्यनारायण, शिव शंकर, कलावती, कौशिल्या, गीता आदि ने स्वास्थ्य विभाग व जिलाधिकारी का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए जर्जर भवन को तोड़वाकर नया जच्चा-बच्चा केंद्र का निर्माण कराए जाने की मांग की।

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सीएचसी अधीक्षक डा. शिशिर श्रीवास्तव का कहना है कि सांगोबांध में पीएचसी केंद्र है। अब पुराने भवन में संचालन नहीं होता है। मामले को दिखवाते हैं।

मरम्मत के अभाव में जर्जर

हुआ कोटा लैंपस भवन

डाला : चोपन ब्लाक के कोटा लैंपस का जर्जर भवन मरम्मत के अभाव में जर्जर हो गया है। सहकारिता विभाग की तरफ से इसमें खाद वितरण समेत अन्य कार्यों का संचालन किया जा रहा है। ऐसे में किसी भी दिन भवन के गिरने से इनकार नहीं किया जा सकता है। न्याय पंचायत कोटा के अंतर्गत हर्रा, कनछ, बिल्ली मारकुंडी, पड़रक्ष, कोटा ग्राम पंचायत समेत दर्जनों गांवों के लोग लैंपस से खाद व अन्य सामान ले जाते हैं। लैंपस के सचिव नागेश्वर प्रसाद ने बताया कि भवन में आज से लगभग आठ वर्ष पहले खाद उतारने वाली गाड़ी ने बैक करते समय लैंपस के अगले हिस्से में धक्का मार दिया था। इसके चलते दीवार टूट गई थी। इसकी सूचना सहकारिता विभाग से की गई थी, बावजूद ध्यान नहीं दिया गया।

एआर सहकारिता टीएन सिंह ने कहा कि सहकारी समितियों के जर्जर भवनों की रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय स्थित सहकारिता विभाग को भेजी गई है। धन मिलने के बाद ही कुछ काम आगे होगा।

पशु अस्पताल के भवन में

दिखने लगी दरार

वैनी : नक्सल प्रभावित नगवां ब्लाक के वैनी में बनाया गया पशु अस्पताल की दीवारों में दरारे दिखने लगी हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भवन को बनाने में किस तरह से सामग्री का प्रयोग किया गया है। बारिश के मौसम में पूरी छत टपकने लगती है। पशुपालक बेचूराम, दुलारे, रामबचन, कमला, लालजी, बिहारी आदि ने इसकी जांच कराकर कार्रवाई किए जाने की मांग की। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.एके श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल को दीवार को सही कराने के लिए कहा गया है।


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