शिद्दत से अनपरा नगर पंचायत को कूड़ेदान का इंतजार
जागरण संवाददाता अनपरा (सोनभद्र) अनपरा परिक्षेत्र के प्रमुख बाजारों व चौराहों पर शिद्दत से कूड़ेदान का इंतजार है। कूड़ेदान के अभाव में लोग डिवाइडर या नालियों में कूड़ा फेंकने को विवश हैं। इससे नालियों के जाम होने की समस्या भी निरंतर बनी रहती है।
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : अनपरा परिक्षेत्र के प्रमुख बाजारों व चौराहों पर शिद्दत से कूड़ेदान का इंतजार है। कूड़ेदान के अभाव में लोग डिवाइडर या नालियों में कूड़ा फेंकने को विवश हैं। इससे नालियों के जाम होने की समस्या भी निरंतर बनी रहती है।
कोयला व बिजली कंपनियों के मध्य उप्र व मप्र की सीमा पर बसा अनपरा ऊर्जांचल का प्रमुख व्यवसायिक केंद्र है। सिगरौली के जिला बनने के पूर्व बाजार में समीपवर्ती रेणुसागर, ककरी, बीना, खडिया, शक्तिनगर के साथ मप्र के जयंत, निगाही, मोरवा सहित बैढ़न से भी लोग खरीदारी करने के लिए अनपरा बाजार आते थे। पूर्व में दो ग्राम पंचायत परासी व अनपरा के चक्कर में बाजार की मुकम्मल सफाई नहीं हो पाती थी। इससे व्यापारी खुद के स्तर पर ही सफाई करवाते थे। अनपरा नगर पंचायत के नागरिकों को सर्वाधिक परेशानी कहीं भी कूड़ादान नहीं होने से होती हैं। अब जब अनपरा बाजार नगर पंचायत क्षेत्र का हिस्सा बन चुका है। तो कूड़ेदान स्थापित करने के संबंध में व्यापारियों की उम्मीदें फिर से जगी हैं। व्यापारियों का कहना है कि कूड़ेदान नहीं होने से व्यापारी बाजार की मुख्य सड़क के डिवाइडर अथवा नाली में ही कूड़ा फेंक देते हैं। इससे नाली जाम होने की समस्या सदैव बनी रहती है, जिससे विषैले मच्छरों को प्रजनन का अनुकूल वातावरण मिल रहा है। लोगों ने नगर पंचायत प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अनपरा बाजार व अन्य कस्बों में जगह-जगह कूड़ादान स्थापित कराए जाने की मांग की है। अनपरा नगर पंचायत के लिए 50 कूड़ेदान की व्यवस्था हो गई हैं। आवश्यकतानुसार सभी प्रमुख जगहों पर उसे जल्द ही स्थापति कर दिया जाएगा।
- भारत सिंह, ईओ अनपरा नगर पंचायत।