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एकमात्र रेडियोलाजिस्ट के भरोसे मंडल के सभी अस्पताल

अगर आपका एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड कराना है, उसके बाद कोई पुलिस केस करनी है तो लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। क्योंकि इस समय सोनभद्र, मीरजापुर व भदोही जिले की रेडियोलाजी की जिम्मेदारी एकमात्र कर्मी पर है। ऐसे में निर्धारिम समय के भीतर जांच और उसकी रिपोर्ट तैयार करना मुश्किल है। इस समस्या के समाधान के लिए कई बार उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जा चुका है, बावजूद इसके अब तक कोई सुनने वाला नहीं मिला। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों की मानें तो किसी को चोट लगने पर उसका एक्स-रे करना हो या फिर उसकी रिपोर्ट तैयारी करनी है तो यह काम रेडियोलाजिस्ट ही करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 08:02 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 08:02 AM (IST)
एकमात्र रेडियोलाजिस्ट के भरोसे मंडल के सभी अस्पताल
एकमात्र रेडियोलाजिस्ट के भरोसे मंडल के सभी अस्पताल

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : अगर सरकारी अस्पताल में एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड कराना है और उसके बाद कोई पुलिस केस करनी है तो लंबा इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि इस समय सोनभद्र, मीरजापुर व भदोही जिले के लिए रेडियोलाजी की जिम्मेदारी एकमात्र कर्मी पर है। ऐसे में निर्धारित समय के भीतर जांच और उसकी रिपोर्ट तैयार करना मुश्किल हो रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए कई बार उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जा चुका है, बावजूद इसके अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो किसी को चोट लगने पर उसका एक्स-रे करना हो या फिर उसकी रिपोर्ट तैयारी करनी है तो यह काम रेडियोलाजिस्ट ही करते हैं। इसके लिए शासनस्तर से प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल, संयुक्त चिकित्सालय, मंडलीय अस्पताल में इनकी तैनाती की जाती है लेकिन विडंबना है कि ¨वध्याचल मंडल के सभी अस्पतालों को मिलाकर महज एक रेडिलाजिस्ट की तैनाती है। एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट होने के कारण यह तैनाती सोनभद्र जिले में की गई है। अकेले सोनभद्र जिले की बात करें तो यहां के कुल छह सीएचसी में से चार में रेडियोलॉजिस्ट के पद सृजित हैं। साथ ही जिला अस्पताल में तीन पद सृजित हैं लेकिन तैनाती महज एक की ही है। पुलिस को भी होती है परेशानी

किसी भी मुकदमे में कई बार एक्स-रे रिपोर्ट की जरूरत पड़ती है। इसमें रेडियोलॉजिस्ट की भूमिका अहम होती है। ऐसे में मंडल के तीनों जिले में मात्र एक रेडियोलॉजिस्ट होने के कारण जिला अस्पताल में भारी भीड़ होती है। कई बार तो भदोही और मीरजापुर से आने वाले मरीजों का उस दिन एक्स-रे हो भी नहीं पाता। ऐसे में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रेम बहादुर गौतम ने बताया कि तीन जिले में एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट होने के कारण पुलिस के साथ ही आमजन को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ¨वध्याचल मंडल के तीनों जिले मीरजापुर, भदोही और सोनभद्र में मिलाकर एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती है। इससे काफी दिक्कत होती है। भदोही व मीरजापुर से आने वाले मरीजों व पुलिस केस के मामलों की जांच करना और उनकी रिपोर्ट तैयार करना काफी बड़ा काम है।

- डा. एसपी ¨सह, सीएमओ-सोनभद्र।


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