सभी तामझाम रखे रह गए, दिखा गईं अपनापन
उभ्भा कांड में मारे गए मृतक परिजनों से किए गए अपने वादे के तहत मंगलवार को प्रियंका वाड्रा उभ्भा गांव पहुंची। उनके आने से पहले कार्यक्रम स्थल पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा तमाम तामझाम किए गए थे। लेकिन उनके आने के बाद वह सारे तामझाम धरातल पर आ गए। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका वाड्रा जैसे ही उभ्भा गांव के प्राथमिक पाठशाला पहुंची वह सीधे बिना कोई भूमिका बनाए ग्रामीण महिलाओं के बीच जाकर बैठ गईं। इस दौरान उनके सुर
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : उभ्भा नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों से किए गए अपने वादे के तहत मंगलवार को प्रियंका वाड्रा उभ्भा गांव पहुंचीं। उनके आने से पहले कार्यक्रम स्थल पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा तमाम तामझाम किए गए थे। लेकिन उनके आने के बाद सारे तामझाम धरातल पर आ गए। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका वाड्रा जैसे ही उभ्भा गांव के प्राथमिक पाठशाला पहुंची वह सीधे बिना कोई भूमिका बनाए ग्रामीण महिलाओं के बीच जाकर बैठ गईं। इस दौरान उनके सुरक्षा में लगे एसपीजी के जवान एक बारगी तो हैरान हो गए लेकिन मौके को संभालते हुए दो एसपीजी के जवान महिलाओं के बीच जाकर बैठ गए। पांच से दस महिलाओं के ग्रुप में प्रियंका वाड्रा बैठकर उनकी बात सुनीं और उनके समस्याओं को क्रमश: अपने पीए से नोट करवाया। इस दौरान उनको आदिवासी महिलाओं के साथ संवाद कायम करने में थोड़ी समस्या आ रही थी, लेकिन वह स्थिति को संभालते हुए बहुत ही सहजता से उनकी बातों को सुना। एक-दो शब्द जब उनको नहीं समझ में आए तो उन्होंने स्थानीय नेताओं से इसका मतलब पूछा और फिर जवाब दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुईं नाराज
ग्रामीणों से मुलाकात के बाद उन्होंने घटनास्थल पर जाने की बात कही। इसके लिए उन्होंने अपने वाहन में गांव की दो महिलाओं को बैठा लिया। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बिना रूके नारेबाजी व उनके पास पहुंचने के लिए होने लगी धक्का-मुक्की पर नाराज हो गईं। उन्होंने कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू को बुलाकर इसके लिए उन्होंने कुछ कहा, जिसके बाद श्री लल्लू ने सबको मौके से दूर किया। कार्यक्रम स्थल पर माइक लगाने से किया था मना
प्रियंका वाड्रा ने जिले में आने से पूर्व ही कार्यक्रम स्थल की जिम्मेदारी देख रहे पार्टी पदाधिकारियों को मंच पर माइक की व्यवस्था न करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि गांव में पार्टी कार्यकर्ताओं की अनावश्यक भीड़ एकत्रित न होने पाए। यह उनकी यात्रा राजनीतिक नहीं है बावजूद इसके प्रियंका वाड्रा के दूर-दराज से कांग्रेस कार्यकर्ता उभ्भा पहुंचे थे।