नहरें ओवरफ्लों, गांवों में घुसा पानी
जागरण संवाददाता सोनभद्र अव्यवस्थाओं की पोटली मीरजापुर नहर प्रखंड (एमसीडी) ने बुधवार को ि
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : अव्यवस्थाओं की पोटली मीरजापुर नहर प्रखंड (एमसीडी) ने बुधवार को जिले के कई गांवों के लिए समस्या खड़ी कर दी। हुआ यूं कि मीरजापुर तक धंधरौल बांध से पानी पहुंचाने के लिए एमसीडी ने फोर्स के साथ पानी के प्रवाह को घाघर नहर के माध्यम से खोला, जिसके कारण नहर के आसपास स्थापित एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी आ गया। एकाएक घाघर नहर का पानी ओवरफ्लो होते हुए गांव में आते देख ग्रामीणों के हाथपांव फूल गए। आनन-फानन में ग्रामीणों ने सिचाई विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया लेकिन उनकी तरफ से कोई उत्तर नहीं मिला। ग्रामीणों ने बताया कि घाघर नहर के ओवरफ्लो के कारण मरकरी, अमौली, करारी, लखनपुरवा, पकरी, कैथी समेत कई गांव प्रभावित हुए हैं।
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15 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया
विदित हो कि अंग्रेजों के जमाने का बना धंधरौल बांध का पानी सोनभद्र व मीरजापुर दोनों जिले को बराबर-बराबर मिलता है। इसी क्रम में तय समय पर एमसीडी द्वारा पानी की आपूर्ति मीरजापुर के लिए किया जाता है। धंधरौल बांध का पानी मीरजापुर तक पहुंचाने के लिए घाघर मुख्य नहर प्रमुख साधन है। नियमित मरम्मत व देखरेख न होने के कारण समय के साथ यह नहर जीर्णशीर्ण अवस्था में पहुंच गया है। एमसीडी के अधिशासी अभियंता वैभव सिंह ने बताया कि धंधरौल बांध से 15 सौ क्यूसेक पानी मीरजापुर के लिए छोड़ा गया है। पानी की रफ्तार अधिक रखने के पीछे यह उद्देश्य था कि पानी आसानी से मीरजापुर तक पहुंच जाए। सिंह ने कहा कि पानी की रफ्तार के कारण अगर कहीं पर भी नहर को हानी पहुंची है तो उसकी जांच करायी जाएगी।