-सिथेटिक रंग की मिलावट, स्वास्थ्य के लिए खतरनाक
दैनिक जागरण के कार्यक्रम प्रश्न पहर में शुक्रवार को सम्मानित पाठकों के सवालों का जवाब देने के लिए राबर्ट्सगंज कार्यालय में मौजूद रहे जिला अभिहित अधिकारी सुशील कुमार सिंह। दोपहर 12 बजे से एक बजे के मध्य उन्होंने खाद्य पदार्थों में होने वाली मिलावट की पहचान कैसे करें आदि के बारे में जानकारी दिया। कहा कि वर्तमान में खाने-पीनी की हर चीज शुद्ध हो यह जरूरी नहीं है। व्यापार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण मिलावट हर जगह देखने को मिलती है। कहीं दूध में पानी की मिलावट होती है खोवाहि
दैनिक जागरण के कार्यक्रम प्रश्न पहर में शुक्रवार को सम्मानित पाठकों के सवालों का जवाब देने के लिए राबर्ट्सगंज कार्यालय में मौजूद रहे जिला अभिहित अधिकारी सुशील कुमार सिंह। दोपहर 12 से एक बजे के मध्य उन्होंने खाद्य पदार्थों में होने वाली मिलावट की पहचान कैसे करें आदि के बारे में जानकारी दी। कहा कि वर्तमान में खाने-पीनी की हर चीज शुद्ध हो यह जरूरी नहीं है। व्यापार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण मिलावट हर जगह देखने को मिलती है। कहीं दूध में पानी की मिलावट होती है, खोवा में आलू तो कहीं मसाले में रंगों की मिलावट, नमकीन, चिप्स में सिथेटिक रंग हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इससे बचने के लिए मिलावट का पता लगाना बहुत जरूरी है। सम्मानित पाठकों के सवाल और अभिहित अधिकारी के जवाब के कुछ अंश..।
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सवाल : दूध में पानी की मिलावट की पहचान करने का आसान तरीका क्या है?
जवाब : दूध में पानी की मिलावट की पहचान करने के लिए लिए सबसे पहले एक समतल वस्तु या फिर किसी थाली को तिरछा करके ऊपर से थोड़ा दूध गिरा दें। अगर दूध तेजी से नीचे की तरफ जा रहा है और ऊपर कोई सफेद लकीर नहीं बन रही है तो समझिए कि उसमें पानी की मिलावट की गई है। सवाल : लाल मिर्च में मिलावट को किस तरह से पहचान करें?
जवाब : लाल मिर्च में मिलावलट के तौर पर ईट या अन्य पाउडर प्रयोग किया जाता है, जिसमें कृत्रिम रंग भी मिला हुआ होता है। इसमें मिलावट की जांच के लिए पानी में डालकर देखा जा सकता है। अगर लाल मिर्च पाउडर पानी में तैरता नजर आए तो वह शुद्ध है, लेकिन यदि वह डूब जाए तो आप समझ सकते हैं वह मिलावटी है। सवाल : खोवा, पनीर में अक्सर मिलावट होती है, इसकी पहचान किस तरह से की जा सकती है?
जवाब : इन्हें पानी में उबाल लें, जब यह ठंडा हो जाए तब इसमें कुछ बूंद आयोडीन टींचर का घोल डालें। अगर इनका रंग नीला पड़ जाए तो समझिये कि इनमें स्टार्च मिलाया गया है। सवाल : दूध में डिटर्जेंट की मिलावट करने का क्या तरीका है?
जवाब : 10 एमएल दूध व 10 एमएल पानी मिलाकर कुछ देर तक तेजी से हिलाएं। अगर ज्यादा तेजी से झांक निकलती है तो समझें कि उसमे डिटर्जेंट की मिलावट की गई है। झांक पतली होगी तो दूध की मात्रा शुद्ध मानी जाएगी। सवाल : शहद में चीनी के मिलावट की कैसे होगी पहचान?
जवाब : कांच के गिलास में पानी लेकर एक चम्मच शहद लें। पतले तार के रूप में उसे पानी में डालिए। शुद्ध शहद पतले तार के रूप की तरह गिलास की सतह में बैठ जाएगा जबकि मिलावटी शहद पानी में घुल जाएगा। सवाल : खाने वाले नारियल तेल में किस तरह की होती है मिलावट?
जवाब : नारियल को डिब्बा सहित फ्रीज में रख दें। अगर वह जम जाता है तो शुद्ध है। अगर मिलावट होगी मिलावट वाला हिस्सा ऐसे ही डिब्बे में तैरता रहेगा। सवाल : नमकीन, कचरी व चिप्स में मिलावट की पहचान करने का क्या है तरीका?
जवाब : नमकीन व चिप्स में सिथेटिक रंग का अधिक प्रयोग किया जा रहा है। इस तरह के चिजों का प्रयोग करने से सभी लोग परहेज करें। सिथेटिक रंग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इस तरह की सामग्री का प्रयोग करने से सभी को बचना चाहिए। सवाल : धनिया पाउडर में मिलावट का तरीका क्या है?
जवाब : धनिया पाउडर में आपको भूसी और लकड़ी का चूर्ण मिल सकता है। इसकी गंदगी को पहचानने के लिये थोड़ी सी धनिया पाउडर को गरम पानी पर छिड़कें। आप देखेंगे कि भूसी और चूर्ण पानी की सतह पर तैरने लगेंगे।
.............. इन्होंने किया फोन
दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से उपभोक्ताओं ने फोन किया। तेंदू से शांति मिश्रा, सांगोबांध से राजेश कुमार, ओबरा से आनंद पटेल दयालू, रामगढ़ से अरविद यादव, खलियारी से अमरेश यादव, राबर्ट्सगंज से धीरज मिश्रा, अभय शुक्ल, वैनी से अमृतोष, श्रीप्रकाश शुक्ल, रामगढ़ से मुबारक, खुशबू आदि आदि लोगों ने फोन किया।