क्षय रोगियों का पोस्ट आफिस में खुलेगा खाता
टीबी के मरीजों के बेहतर खाना-पान के लिए शासन निक्षय योजना चला रही है। सोनांचल में कई ऐसे टीबी के मरीज हैं जिनके पास खुद का बैंक एकाउंट नहीं था जिसके कारण उनको योजना का लाभ नहीं मिला पाता था। यह स्थिति प्रदेश के अन्य जिलों में भी बराबर सामने आती रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा ने प्रदेश के सभी क्षयरोग अधिकारी को पत्र भेजकर ऐसे मरीजों की पहचान कर उनका खाता पास के पोस्ट आफिस में खोलने का निर्देश दिया है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : टीबी के मरीजों के बेहतर खान-पान के लिए सरकार निक्षय योजना चला रही है। सोनांचल में कई ऐसे टीबी के मरीज हैं जिनके पास खुद का बैंक एकाउंट नहीं था, जिसके कारण उनको योजना का लाभ नहीं मिला पाता था। यह स्थिति प्रदेश के अन्य जिलों में भी बराबर सामने आती रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं ने प्रदेश के सभी क्षय रोग अधिकारियों को पत्र भेजकर ऐसे मरीजों की पहचान कर उनका खाता पास के पोस्ट आफिस में खोलने का निर्देश दिया है।
अब क्षय रोग यानि टीबी के उन मरीजों को भी निक्षय योजना का लाभ मिलेगा, जिनके पास बैंक खाता नहीं है। अब इनके खाते पोस्ट आफिस में खोले जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग व पोस्टल विभाग के बीच एमओयू (मेमेरेंडम आफ अंडरस्टेंडिग) भी साइन हो चुका है। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जिले के सभी ऐसे क्षय रोगियों का पहचान कराई जा रही है जिनके पास खुद का एकाउंट नहीं है। इस योजना को सफल बनाने के लिए पोस्ट आफिस कार्यालयों से सहयोग लिया जाएगा। बताया कि टीबी मरीजों को उनके नजदीकी पोस्ट आफिस में खाता खोला जाएगा, यह खाता जीरो बैलेंस पर खोला जाएगा। जिले भर के चिह्नित मरीजों का खाता खुलवाने के लिए क्षयरोग विभाग लगा हुआ है। विभागीय कर्मचारी सबसे करीब के पोस्ट आफिस में अधिकारियों से समन्वय स्थापित करके मरीजों का खाता खोलवाने का काम कर रहे हैं। इसके अलावा यदि किसी क्षेत्र में मरीजों की संख्या अधिक है तो वहां पर विभाग के कर्मचारी शिविर लगाकर खाता खोलेंगे। 1381 मरीजों की चल रही दवा
सोनांचल में टीबी के मरीजों की संख्या लगातार घटती-बढ़ती रहती है। वर्तमान समय में स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 1381 मरीज टीबी की दवा खा रहे हैं। विभागीय कर्मचारियों के अनुसार 1381 मरीजों के सापेक्ष लगभग साढ़े तीन सौ मरीजों के बैंक में खाते नहीं हैं, जिनका आंकड़ा एकत्रित किया जा रहा है। सभी मरीजों का जीरो बैलेंस पर खाता खोलने का काम जारी है। जल्द ही इसे पूरा करके निक्षय योजना का लाभ इन्हे दिया जाएगा। खान-पान के लिए मिलता है पैसा
निक्षय योजना के तहत शासन ऐसे टीबी के मरीजों को प्रति माह पांच सौ रुपये देता है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इस योजना का मूल उद्देश्य यह है कि जब तक मरीजों की दवा चल रही हो उस दौरान उनको पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन युक्त खाद्य सामग्री मिल सके। अक्सर देखा जाता था कि गरीब तबके के मरीज जिनके पास बैंक एकाउंट नहीं था, वह इस योजना का लाभ नहीं उठा पाते थे। इसी को ध्यान में रखते हुए टीबी मरीजों का खाता पोस्ट आफिस में खोला जा रहा है।