50 लाख के ऊपर के कार्यों की चल रही है जांच
जनपद के तीनों तहसीलों में 50 लाख की लागत से अधिक के कार्यों की जांच व प्रगति की समीक्षा की जा रही है। जिलाधिकारी ने इसके लिए टीम का गठन भी कर दिया है। गठित टीम द्वारा तय समय के अंदर इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेगी। जांच टीम में जिले के तीनों तहसीलों के एसडीएम के साथ जिस विभाग का कार्य है, उस विभाग का विभागाध्यक्ष व निर्माण इकाई के अधिशासी अभियंताओं को शामिल किया गया है। भवन, अस्पताल, स्कूल समेत तमाम कार्यों की जांच इस टीम द्वारा किया जाएगा। बुधवार को जिले में चल रहे सभी कार्यों की समीक्षा बैठक भी कमिश्नर मीरजापुर द्वारा लिया जाएगा। इ
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जनपद के तीनों तहसीलों में 50 लाख की लागत से अधिक के कार्यों की जांच व प्रगति की समीक्षा की जा रही है। जिलाधिकारी ने इसके लिए टीम का गठन भी कर दिया है। गठित टीम द्वारा तय समय के अंदर इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। जांच टीम में तीनों तहसीलों के एसडीएम के साथ ही जिस विभाग का कार्य है, उस विभाग का विभागाध्यक्ष व निर्माण इकाई के अधिशासी अभियंताओं को शामिल किया गया है। भवन, अस्पताल, स्कूल समेत तमाम कार्यों की जांच इस टीम द्वारा किया जाएगा। बुधवार को जिले में चल रहे सभी कार्यों की समीक्षा कमिश्नर मीरजापुर द्वारा भी की जाएगी। इस जांच का मूल उद्देश्य यह है कि निर्माण की गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का कोई खेल न हो सके, और विकास कार्य तय समय पर पूरा हों। 65 कामों की चल रही है जांच
जिले में वर्तमान समय में सड़क कार्य को छोड़कर 65 ऐसे कार्य चल रहे हैं जिसकी निर्माण लागत 50 लाख से ऊपर है। जिसकी प्रगति व गुणवत्ता की जांच के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर विभागाध्यक्ष के साथ निर्माण इकाई के अधिशासी अभियंता शामिल हैं। इन 65 कामों में सबसे अधिक कार्य शिक्षा विभाग का चल रहा है। शिक्षा विभाग के 23 भवन वर्तमान समय में निर्माणाधीन हैं। इसके बाद नंबर आता है स्वास्थ्य विभाग का, विभाग के 21 भवनों का निर्माण 50 लाख की ऊपर के धन से हो रहा है। इसी तरह डूडा से तीन, दिव्यांगजन कल्याण विभाग से एक, समाज कल्याण से एक, व्यावसायिक शिक्षा विभाग से दो, उद्यान विभाग से दो, जल निगम विभाग से चार, लोक निर्माण विभाग से चार, कृषि विभाग का एक व अन्य विभागों से चार काम चल रहा है। 55 करोड़ से पूर्ण होने हैं कार्य
जिले में संचालित सभी 65 कार्य 55 करोड़ रुपये से पूर्ण होने हैं। जिसके क्रम में सभी कार्यों के लिए करीब 40 करोड़ रुपये आवंटित कर दिया गया है। इससे संबंधित विभागों द्वारा जनवरी तक 36 करोड़ रुपये खर्च किया जा चुका है, जो आवंटित धन का करीब 94 प्रतिशत है। शेष कार्याों को पूरा करने के लिए विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है। 29 कार्य अपने अंतिम पड़ाव पर
जिले में चल रहे 50 लाख से अधिक कार्यों में से 29 कार्य 67 से 99 प्रतिशत के बीच पूर्ण हो चुके हैं। इसी तरह 34 से 66 प्रतिशत के बीच कार्यों की संख्या 28 प्रतिशत है। तीन काम पूर्ण हो चुके हैं। एक से 33 प्रतिशत के बीच अभी पांच कार्य हैं, जिसमें तेजी लाने का निर्देश जिलाधिकारी स्तर से जारी किया गया है। कमिश्नर करेंगे समीक्षा बैठक
जिले में 50 लाख की लागत से चल रहे सभी 65 कार्याें की समीक्षा बुधवार को कमिश्नर करेंगे। इस दौरान निर्माण कार्य की गुणवत्ता, प्रगति, लापरवाही पर हुई कार्रवाई आदि ¨बदु पर जांच करेंगे। कमिश्नर की बैठक को लेकर विभागीय अधिकारी भी रिपोर्ट को फाइनल अमलीजामा पहनाने में लगे हुए हैं। वित्तीय वर्ष के अंतिम समय होने के कारण निर्माण कार्य में तेजी भी लाई गई है, ताकि पैसे का कोई समस्या न पैदा होने पाए।