सात किलो चावल में 50 लोगों को भोजन
दुद्धी ब्लाक के धोरपा गांव के गरीब असहायों ने तीन किमी दूर अन्नपूर्णा किचन का संचालन करने से भोजन न मिलने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दूर होने के कारण वृद्ध विकलांग आदि नहीं पहुंच रहे हैं। जिससे उनको पेट भरने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार
जासं, महुली (सोनभद्र) : दुद्धी ब्लाक के धोरपा गांव के गरीब असहायों ने तीन किमी दूर अन्नपूर्णा किचन का संचालन करने से भोजन न मिलने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दूर होने के कारण वृद्ध, दिव्यांग आदि नहीं पहुंच रहे हैं। इससे उनको पेट भरने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि दुद्धी ब्लॉक के ग्राम धोरपा में लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। एक तो भोजन तीन किमी दूर बनवाया जा रहा है और वहां तक असहाय लोग पहुंच नहीं पा रहे हैं। दूसरा जो पहुंच भी रहा है, उनको पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है। प्रधान अपने हिसाब से भोजन बनवा रहे हैं जिससे वह कम हो जा रहा है। ग्रामीण रामचंद्र, अशोक कुमार, पूर्व प्रधान रामजीत यादव, रामसेवक ने बताया कि सात किलो चावल में 50 लोगों का भोजन बनता है। इस मामले को लेकर ग्रामीणों व प्रधान के बीच बहस भी हो चुकी है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी दुद्धी रमाकांत ने बताया कि यह जानकारी उन्हें नहीं है। सरकार की मंशा के अनुसार किसी को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा। जांच कर उचित कदम उठाया जाएगा।