भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में बैठे 2500 विद्यार्थी
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुज हरिद्वार के तत्वाधान में शनिवार को दुद्धी तहसील क्षेत्र के 30 परीक्षा केन्द्रों पर ढाई हजार विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुज हरिद्वार के तत्वाधान में शनिवार को दुद्धी तहसील क्षेत्र के 30 परीक्षा केन्द्रों पर ढाई हजार विद्यार्थियों ने हिस्सा किया। इसमें कक्षा पांच से लेकर इंटर तक के विद्यार्थियों को बीते दिनों कक्षा चलाकर विषय की जानकारी दी गई थी। इस परीक्षा के लिए तहसील मुख्यालय के जीआइसी, जीजीआइसी, डीएलसी, शिक्षा निकेतन, कन्या जूनियर, संकल्प जूनियर हाई स्कूल, डीपीएस एवं अनुभव विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। स्थानीय केंद्र पर कुल 1028 प्रतिभागी शामिल रहे।
परीक्षा के संयोजक शिवकुमार ने इसके उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसके अलावा विढमगंज, महुली कादल, लीलासी, नगवा, अमवार एवं सागोबांध के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों को केंद्र बनाया गया था। उन केन्द्रों पर भी उपस्थित विद्यार्थियों का आंकड़ा 1500 बताया गया। कहा कि भारतीय संस्कृति को विश्व का पर्याय माना गया है। सभ्यता का विकास इसी के गर्भ में हुआ। इसी को ध्यान में रखते हुए गायत्री परिवार ने किशोर-किशोरियों में इस परीक्षा के माध्यम से भारतीय संस्कृति से अवगत कराने का बीड़ा उठाया है। इससे हमारे समाज और देश के लोग संस्कृति निष्ठ जीवन यापन को अपनाकर अपने जीवन लक्ष्य को प्राप्त करते हुए वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा को पूरा करें। परीक्षा को संपन्न कराने में दर्जनों लोगों ने पर्यवेक्षक के रूप में अपना योगदान दिया। वरिष्ठ कार्यकर्ता डा. एचपी गुप्ता ने परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए सभी प्रधानाचार्य, शिक्षकों, पर्यवेक्षक गणों का आभार व्यक्त किया। इसमें जिला समिति के सदस्य पन्नालाल, रामनाथ कुशवाहा, जगत नारायण यादव, शिवशंकर प्रसाद कुशवाहा, प्यारेलाल एवं पर्यवेक्षक की मुख्य भूमिका में सत्यम एकेडमी के डायरेक्टर राकेश गुप्ता ने अपने टीम के साथ दायित्व निभाया।