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लिलासी गांव में स्कूल संचालिका से मारपीट में 15 महिलाएं गिरफ्तार

जागरण संवाददाता गोविदपुर (सोनभद्र) म्योरपुर के लिलासी गांव में गुरुवार को उस वक्त हलचल मच गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Jan 2021 10:02 PM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 10:02 PM (IST)
लिलासी गांव में स्कूल संचालिका से मारपीट में 15 महिलाएं गिरफ्तार
लिलासी गांव में स्कूल संचालिका से मारपीट में 15 महिलाएं गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, गोविदपुर (सोनभद्र) : म्योरपुर के लिलासी गांव में गुरुवार को उस वक्त हलचल मच गई जब निजी स्कूल की संचालिका नंदिता गुप्ता पर गुरुवार को स्कूल का निर्माण कराते समय 40 से अधिक महिलाओं ने हमला कर दिया।

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नंदिता गुप्ता ने 2019 में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती पनिका से दो बीघा भूमि बैनामा कराया था। जिस पर वे निर्माण कार्य करा रही थीं। आरोप है गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उकसाने के बाद गुरुवार को करीब 40 से अधिक महिलाएं निर्माण कार्य स्थल पर पहुंची और संचालिका पर हमला कर दिया। साथ ही निर्माण कार्य बंद करा दिया। संचालिका ने इसकी सूचना म्योरपुर थाने में दी। महिला कांस्टेबलों के साथ पहुंचे थाना प्रभारी म्योरपुर अजय कुमार सिंह ने 15 महिलाओं को हिरासत में ले लिया। बाकी महिलाएं भाग निकलीं। थाना में सभी महिलाओं से पूछताछ की गई तो पता चला कि गांव के एक व्यक्ति ने हमले के लिए उकसाया था। महिलाओं का शांति भंग की धाराओं में चालान कर दिया गया। पुलिस ने यह भी बताया कि गिरफ्तार महिलाएं कुछ माह पूर्व वन भूमि पर अवैध कब्जा करने और वन विभाग की टीम और तत्कालीन म्योरपुर के थानाध्यक्ष एसपी सिंह पर भी हमला कर दिया था, जिसमें वह घायल हो गए थे।

जिला पंचायत से मिले नोटिस पर जताया विरोध

जागरण संवाददाता, रेणुकूट : स्थानीय नगर में लगभग पांच दशक पूर्व जिला पंचायत की तरफ से आवंटित किए गए दुकानदारों को नए नोटिस मिलने से नाराजगी है। गुरुवार को व्यापार मंडल अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में नोटिस का विरोध किया गया।

दुकानदारों का कहना है कि जिला पंचायत की तरफ से उन्हें नए अनुबंध के लिए बोला जा रहा है, जो उचित नहीं है। अध्यक्ष ने कहा कि नगर में लगभग 60 दुकानें वर्ष 1971 में जिला पंचायत की तरफ से आवंटित की गई थी। उस समय दुकानदारों से जमानत धनराशि जमा करा कर प्रतिमाह किराया निर्धारित करके अनुबंध किया गया था। 1997 में जब एक कंपनी की तरफ से सड़क निर्माण किया गया तो सड़क चौड़ीकरण के दौरान जिला पंचायत की आवंटित दुकानें टूट गईं। लोक निर्माण विभाग की तरफ से दुकानों को कोई प्रतिपूर्ति राशि भी नहीं दी गई। इसमें नगर पंचायत अध्यक्ष निशा सिंह, पंचू गिरी, अखिलेश यादव, बृजकिशोर, संजय चौरसिया, आशीष श्रीवास्तव, सुभाष कपूर, डा. अरुण गुप्ता, सत्यनारायण अग्रवाल आदि थे।


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