छत्तीसगढ़ से मिले गायब हुए 11 बच्चे, भेजे गए घर
जागरण संवाददाता सोनभद्र बभनी और बीजपुर थाना क्षेत्रों के अलग-अलग गांवों से गत दिनों एक दर्जन।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : बभनी और बीजपुर थाना क्षेत्रों के अलग-अलग गांवों से गत दिनों एक दर्जन बच्चों को एक बस से तमिलनाडु ले जाया जा रहा था। इसी दौरान छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में पुलिस ने 10 नवंबर को ही पकड़ा लिया। मामला संदिग्ध होने पर सभी बच्चों को पुलिस ने जिले के बाल कल्याण समिति को सौंप दिया, बाद में सभी बच्चों का सत्यापन कराते हुए घर भेजा गया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी डा. अमरेंद्र पौत्स्यायन ने बताया कि संदिग्ध मामला होने पर छत्तीसगढ़ से फोन आया। तत्काल बाल संरक्षण अधिकारी को वहां भेजकर मामले की पड़ताल कराई गई। इस दौरान पता चला कि कुल 11 किशोर बभनी और बीजपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों से एक दिन पहले गायब हुए थे, हालांकि किसी ने एफआइआर नहीं करायी। अब उन लोगों ने क्यों नहीं कराया इसकी पड़ताल की जा रही है। बताया कि बच्चों को संरक्षण में रखा गया। बाल कल्याण समिति से घरों का सत्यापन करने के बाद 21 नवंबर को ही सभी बच्चे घर भेज दिए गए। कहा कि यह बाल तस्करी का मामला है। इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक को भी दे दी गई है।
विधायकों के आश्वासन पर धरना समाप्त
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : पिपरी नगर पंचायत कार्यालय परिसर में चल रहा सभासदों का धरना बुधवार को समाप्त हो गया। धरना भाजपा विधायक भूपेश चौबे व ओबरा विधायक संजीव गोंड़ के आश्वासन पर समाप्त हुआ।
नगर पंचायत अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए मंगलवार से ही सभासदों ने धरना दिया था। उनका कहना था कि नगर पंचायत क्षेत्र में जो कार्य कराए गए हैं उनमें कई में सभासदों से वार्ता तक नहीं की गई। बोर्ड की बैठक में जिसपर चर्चा नहीं हुई वह कार्य भी कराया गया। इस मामले की जांच होनी चाहिए। पहले दिन ही एसडीएम दुद्धी रमेश कुमार समझाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन सभासद नहीं माने, दूसरे दिन अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह के आश्वासन पर भी नहीं माने। तीसरे दिन विधायकों ने 15 दिन में जांच कराने का आश्वासन दिया। उधर, मुख्य विकास अधिकारी डा. अमित पाल शर्मा ने नगर पंचायत क्षेत्र में जांच की।