Move to Jagran APP

बनाए जाएंगे 105 आंगनबाड़ी माडल केंद्र

कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को हुई जनपद स्तरीय कन्र्वेजेन्स कमेटी की कार्यशाला एवं जिला पोषण समिति की मासिक बैठक में कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा हुई। 105 आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल केंद्र बनाएं जाने का भी खुलासा किया गया। स्वस्थ्य एवं पोषण के विभिन्न इंडीकेटर के संबंध में निर्धारित लक्ष्य के प्राप्ति के बारे में जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Jul 2019 07:10 PM (IST)Updated: Thu, 11 Jul 2019 06:30 AM (IST)
बनाए जाएंगे 105 आंगनबाड़ी माडल केंद्र
बनाए जाएंगे 105 आंगनबाड़ी माडल केंद्र

जासं, सोनभद्र : कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को हुई जनपद स्तरीय कन्वर्जेस कमेटी की कार्यशाला एवं जिला पोषण समिति की मासिक बैठक में कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा हुई। 105 आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल केंद्र बनाएं जाने पर भी सहमति बनी। स्वस्थ्य एवं पोषण के विभिन्न इंडीकेटर के संबंध में निर्धारित लक्ष्य के प्राप्ति के बारे में जानकारी दी गई।

loksabha election banner

गर्भवती महिलाओं का एमसीटीएस रजिस्ट्रेशन 100 प्रतिशत करने, जन्म के एक घंटे के भीतर शत-प्रतिशत शिशुओं को स्तनपान कराए जाने, आंगनबाडी केंद्रों पर बेबी फेंडली शौचालय बनवाने, अतिकुपोषित बच्चों के परिवारों को शत प्रतिशत राशन कार्ड से आच्छादित कराना आदि पर चर्चा हुई। जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा उपजिलाधिकारियों की अध्यक्षता में ब्लाक स्तरीय कंर्वेजेन्स कमेटी की बैठक 10 दिनों के भीतर आयोजित किए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। कन्र्वेजेंस के माध्यम से जनपद के 105 आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल केंद्र के रूप में स्थापित किया जाना है । कहा कि अनुपूरक पोषाहार शत प्रतिशत लाभार्थियों को मिलना चाहिए। बीएचएसएनडी के दिन पांच वर्ष के बच्चों, किशोरियों एवं गर्भवती महिलाओं, टीकाकारण व स्वास्थ्य जांच से वंचित न होने पाए। बताया कि सोन-उदय के तहत बाल विकास, स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग द्वारा 15 दिनों के भीतर सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया जाए। गांव गोद लिए अधिकारी नियमित रूप से निर्धारित दिवस को राजस्व गांव का भ्रमण करें तथा दो माह में चयनित गांव को सुपोषित बनाएं। एनआरसी में आईसीडीएस एवं स्वास्थ्य विभाग सैम बच्चों को भर्ती कराएं तथा एनआरसी स्टाफ इसका समुचित देखभाल करें। सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी अति कुपोषित एवं कुपोषित बच्चों की सूची एक सप्ताह के भीतर सप्लाई इंस्पेक्टर एवं खण्ड विकास अधिकारी को उपलब्ध कराएं। जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं जिलापूर्ति अधिकारी शत प्रतिशत कुपोषित बच्चों का राशन कार्ड बनाना सुनिश्चित करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.