Move to Jagran APP

आखिरी दिन और बजट खपाने की कसरत

अंतिम दिन विभागों में दिखा जल्दबाजी का नजारा

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 09:39 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 06:02 AM (IST)
आखिरी दिन और बजट खपाने की कसरत
आखिरी दिन और बजट खपाने की कसरत

सीतापुर : लॉकडाउन में सरकारी विभाग के कर्मचारी अवशेष बजट को लॉक करने की कसरत करते नजर आए। बजट को खपाने का काम जोर-शोर से किया जा रहा था। वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन भी कई विभागों के खाते में करोड़ों रुपये बचे हैं। विभागों के बजट खपाने के काम में कोषागार के कर्मचारी भी रात दिन एक किए हुए हैं।

loksabha election banner

कोषागार के कर्मचारी कार्यालय खुलने के निर्धारित समय से पहले ही आ गए थे और देर रात तक काम करते में जुटे रहे। यही हाल विकास भवन स्थित कार्यालयों के कर्मचारियों का था। डीपीआरओ इंद्र नारायण सिंह, डीपीओ राजकपूर व समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार काम में जुटे थे। इन विभागों के कार्यालयों में कर्मचारी बजट के गुणा-भाग में उलझे दिखे।

बता दें कि वित्तीय वर्ष 2019-20 के समापन में कुछ घंटे का समय ही बचा था। इस बार बजट खपाने के काम पर कोरोना वायरस ने भी प्रभाव डाला है। वरिष्ठ कोषाधिकारी जान्हवी मोहन का कहना है कि विभागों से बिल आ रहे हैं। कर्मचारी दिन रात काम कर रहे हैं। 30 मार्च तक कृषि, बेसिक शिक्षा, सिचाई, स्वास्थ्य आदि कई विभागों के खाते में अधिक धनराशि अवशेष थी।

30 मार्च तक इनके खाते में बचा था इतना धन

- समाज कल्याण (अनुसूचित जातियों का कल्याण) के खाते में छह करोड़ रुपये अवशेष थे।

- महिला एवं बाल कल्याण विभाग के पास 14 करोड़ रुपये थे।

- न्याय विभाग के खाते में तीन करोड़ रुपये बचे हुए थे।

- 3.87 करोड़ रुपये कृषि विभाग के खाते में अवशेष थे।

- प्राथमिक शिक्षा विभाग के खाते में अवशेष धनराशि का आंकड़ा 90 करोड़ के बताया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.