Move to Jagran APP

आंकड़े भेजने में सुस्त प्रधानाचार्य, अफसर नाराज

? ????? ???? ?? ??? ???? ???? ???????? ???????? ????? ????? ???? ?? ???? ??? ?????? ??? ???????? ??? ?????????????? ?? ?? ??? ?? ???? ????? ???????? ?????? ?????? ????? ?? ????? ???? ???? ??, ?????? ???? ???????? ?? ????? ??? ????

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 11:42 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 11:42 PM (IST)
आंकड़े भेजने में सुस्त प्रधानाचार्य, अफसर नाराज
आंकड़े भेजने में सुस्त प्रधानाचार्य, अफसर नाराज

संवादसूत्र, सुलतानपुर : अगले माह शुरू हो रही यूपी बोर्ड की हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारी में जुटा माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों के प्रधानाचार्यों की सुस्ती से परेशान है। चेतावनी के बावजूद अभी तक सिर्फ पांच फीसद विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने ही कक्ष निरीक्षकों की उपलब्धता व जरूरत के आंकड़े मुहैया करा सके हैं। इससे परीक्षा की तैयारियों में खलल उत्पन्न हो गया है। 123 प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों पर बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर सबसे बड़ी चुनौती अपेक्षित कक्ष निरीक्षक की तैनाती को लेकर है, लेकिन कोई भी केंद्र ऐसा नहीं है जहां पर जरूरत के हिसाब से शिक्षकों की तादाद उपलब्ध है। बीते सप्ताह ही जिविनि दफ्तर के परीक्षा विभाग ने सभी प्रस्तावित केंद्रों के प्रधानाचार्यों से इसके आंकड़े तलब किए। परीक्षा प्रभारी सत्यशील त्रिपाठी का कहना है कि इसकी वजह से कक्ष निरीक्षकों के लिए परिचय पत्र तैयार करने में देरी हो रही है। साथ ही साथ अन्य तमाम कार्य भी ठप पड़ गए हैं। उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण का कार्य भी गुरुवार को शुरू नहीं हो पाया। वजह है कि परीक्षा केंद्रों के प्रभारी अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार ¨सह ने सभी प्रधानाचार्यों को दो दिन के भीतर समस्त अपेक्षित आंकड़े उपलब्ध कराने का फरमान जारी किया है, अन्यथा कठोर कार्रवाई के संकेत दिए हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.